गाव के विकास के लिए बैंकिंग सेवाओं में विस्तार जरूरी
सौरभ चक्रवर्ती, वाराणसी : गावों में बेहतर बैंकिंग सेवा की दिशा में सरकार का खास ध्यान है।
सौरभ चक्रवर्ती, वाराणसी : गावों में बेहतर बैंकिंग सेवा की दिशा में सरकार का खास ध्यान है। डिजिटल बैंक के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसी दिशा में गावों में मोबाइल बैंकिंग वैन की शुरूआत की जा रही है। दूरदराज गाव में एटीएम की कमी होने और लोगों को बैंकों से जोडऩे के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। गाव के विकास में बैंकिंग को मजबूत किया जा रहा है। यह बातें शुक्त्रवार के नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने कही। काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक की ओर से क्त्राइस्ट नगर स्थित विश्व ज्योति गुरुकुल प्रागण में कृषक गोष्ठी व ऋण वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्त्रम में तीन मोबाइल बैंकिंग वैन को गाव के लिए रवाना किया गया। साथ ही लोन वितरण कैंप में महिलाओं व स्वयं सहायता समूहों जिसमें वाराणसी, गाजीपुर व आजमगढ़ को लोगों को ऋण मिला। ग्रामीण ग्रीन कार्ड, ई-रिक्शा, शिक्षा लोन, सौर ऊर्जा, बुनकर, फुटकर व्यवसाय, भवन निर्माण, मुद्रा लोन आदि क्षेत्र के 752 लोगों को ऋण बाटा गया। लाभार्थियों को 14.37 करोड़ लोन वितरीत किया गया।
काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक के चैयरमैन पवन कुमार दास ने कहा कि गावों में वित्तीय समाज बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। मोबाइल बैंकिंग वैन से लोगों को खाता खोलने, खाता अपडेट करने, आधार से जोडऩे के साथ ही लेन-देन का लाभ मिलेगा। स्वागत केजीएसजी बैंक के महाप्रबंधक राजीव श्रीवास्तव ने किया। संचालन नवीन श्रीवास्तव व आभार क्षेत्रीय प्रबंधक राममूरत प्रसाद ने प्रकट किया। इस मौके पर नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक महेश सिंह, जिला प्रबंधक सुशील कुमार तिवारी, मुख्य प्रबंधक गुलाब राम, वीके पाडेय, पीपी तिवारी, प्रियरंजन श्रीवास्तव, महेश कुमार मिश्र, एके दूबे, आरके राय, मिलन चतुर्वेदी, एके वाजपेयी आदि बैंकर्स उपस्थित थे।
उधर, चिरईगाव विकासखंड में सात दिवसीय फूल और सब्जी खेती की उत्पादकता प्रशिक्षण कार्यक्त्रम का शुभारंभ शुक्त्रवार को किया गया। मुख्य अतिथि नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने वाराणसी जनपद के किसी एक ब्लाक को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आच्छादित कर एक मिसाल कायम किया जा सकता है। मृदा स्वास्थ्य परीक्षण कर किसानों की उन्नति में बहुत कारगर साबित होगा।
दैनिक जागरण द्वारा शकरपुर गाव में स्थापित मृदा परीक्षण केंद्र और सभी गतिविधियों को मुख्य महाप्रबंधक ने समझा और इस प्रयास की सराहना की। कहा कि मृदा स्वास्थ्य परीक्षण किसानों की उन्नति में बहुत कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह आने वाले समय में ग्रामीण एवं नए भारत की तस्वीर लिखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। बड़ा उदाहरण उनके कुशल प्रबंधन, साहस और धैर्य के रूप में देखा जा रहा है। समय में नाबार्ड पूरे मनोयोग से किसानों एवं भूमिहीन महिलाओं की आमदनी को दो गुना करने में पूरा योगदान देगा। संस्था ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन के सहयोग से संचालित नान सब्सिडी आधारित 240 से अधिक स्वयं सहायता समूहों या व्यक्तिगत ऋ ण में कोई भी एनपीए नहीं है, यह वाकई में मातृशक्ति का कुशल प्रबंधक, निष्ठा एवं कार्यक्षमता का अद्भुत उदाहरण है। ग्रामीण महिलाओं के साथ सीधे संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि वाराणसी सहित पूर्वाचल में विकास की अपार सम्भावनाएं हैं और सरकार के साथ नाबार्ड भी कृतसंकल्प है।
नाबार्ड के सहयोग से ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा आयोजित सात दिवसीय फूलों और सब्जियों के उत्पादकता प्रशिक्षण कार्यक्त्रम में काफी संख्या में चिरईगाव की महिलाएं जुटी। एजीएम, नाबार्ड महेश सिंह, डीडीएम सुशील कुमार तिवारी, शकरपुर प्रधान मुनकादेवी, मुन्ना यादव, दिनेश मौर्या, अवधेश पटेल, अभय कुमार, जमालुददीन अंसारी, सरिता देवी, चंदा देवी, संतारा, सरिता सिंह, चंदा मौर्य, हेमा सहित महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों ने भागीदारी किया। महिला परियोजना समन्वयक माधुरी सिंह को मुख्य अतिथि ने स्मृति चिह्न देकर हौसला बढ़ाया। संचालन संस्था प्रमुख डॉ रजनीकात ने किया।