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बनारसी व्यंजन का अब दुनिया में बजेगा डंका, जिला प्रशासन फेस्टिवल के जरिए कराएगा परिचय

नित नए विकास के कीर्तिमान को स्पर्श कर रही काशी आने वाले कल में पूरी तरह माडर्न दिखेगी। बिहैवियर चेंज की दिशा में बड़े बदलाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसमें पूड़ी-कचौड़ी जलेबी लस्सी मलईयो चाट समेत प्रसिद्ध बनारसी व्यंजनों को अंतरराष्ट्रीय मानक पर कसते हुए प्रदर्शित किया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 12:33 PM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 12:33 PM (IST)
बनारसी व्यंजन का अब दुनिया में बजेगा डंका, जिला प्रशासन फेस्टिवल के जरिए कराएगा परिचय
काशी में पर्यटकों को लुभाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा।

वाराणसी, जेएनएन। नित नए विकास के कीर्तिमान को स्पर्श कर रही काशी आने वाले कल में पूरी तरह माडर्न दिखेगी। बिहैवियर चेंज की दिशा में बड़े बदलाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसमें पूड़ी-कचौड़ी, जलेबी, लस्सी, मलईयो, चाट समेत प्रसिद्ध बनारसी व्यंजनों को अंतरराष्ट्रीय मानक पर कसते हुए प्रदर्शित किया जाएगा। खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने जिलाधिकारी के निर्देश पर इसका खाका खींच लिया है।

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जल्द ही काशी में पर्यटकों को लुभाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। इसमें देश भर से चर्चित शेफ जुटेंगे। स्थानीय व्यंजन को मानक के तहत संवारने के गुर बताएंगे। इसेे ध्यान में रखकर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम व्यापक अभियान चलाकर होटल, रेस्टोरेंट, ठेला आदि कारोबारियों को प्रशिक्षित करने में जुटी है। इसमें कारोबार को बेहतर बनाने, मानक के अनुरूप लाने, स्वच्छता का मापदंड आदि विषय पर  जानकारी दी जा रही है। इसमें ठेला से लगायत बड़े होटलों को भी शामिल किया गया है।

शहर में चलाए जाने वाले ईट हेल्दी अभियान के तहत विभाग को तैयार भोजन विक्रय करने वाले प्रतिष्ठानों को चार श्रेणियों यानी होटल, लॉज, रेस्टोरेंट, चाट व अन्य तैयार खाद्य पदार्थ की दुकाने, ठेले व अस्थायी स्टाल का 10 मार्च तक सूचीबद्ध करना है। साथ ही 30 दिवस के अंतर्गत भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के शेड्यूल चार की शर्तों के अनुसार प्रशिक्षित करना है।

प्रशिक्षण के मानक

प्रशिक्षण में मुख्य रूप से खाद्य कारोबारियो को नियमित साफ-सफाई, डस्टबिन का प्रयोग, कच्चे खाद्य पदार्थों का उचित रख-रखाव, निर्माण कार्य में संलग्न काॢमकों द्वारा व्यक्तिगत स्वच्छता का पालन , खाद्य पदार्थों के निर्माण में उच्च गुणवत्ता की सामग्री का प्रयोग व गुणवत्ता की जॉच आदि के बारे में सम्बन्धी विषयों पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाना है। प्रशिक्षण के उपरान्त खाद्य कारोबारियों को सुधार हेतु सात दिन का मौका दिया जाएगा। 10 अप्रैल तक हाईजिन रेटिंग का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। सबसे बड़ी बात है कि प्रमाणित प्रतिष्ठानों द्वारा निर्माण व विक्रय किये जा रहे खाद्य पदार्थाें के बारे में आम-जनमानस से फीडबैक लिया जाएगा। इसका मुख्य उद्ददेश्य कारोबारियों को आमदनी बढ़ाना साथ ही आम-जनमानस को शुद्ध व हाईजेनिक खाद्य पदार्थ उपलब्ध करना है।

बनारस स्थानीय व्यंजन के लिए दुनिया में पहले से चर्चित

विकास के साथ ही साथ काशी को माडर्न बनाने की दिशा में कार्य शुरू हो चुका है। बनारस स्थानीय व्यंजन के लिए दुनिया में पहले से चर्चित है। सिर्फ, अंतरराष्ट्रीय मानक के रूप में तराशना शेष है ताकि पर्यटकों के बीच इसका आकर्षण बढ़े। आम जनमानस को हाइजेनिक खाद्य पदार्थ मिल सके। इसी उद्ददेश्य से पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा। फिर व्यंजन को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक फेस्टिवल का आयोजन होगा।

- कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी


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