Bio Medical कचरा निस्तारण में बनारस की स्थिति खराब, केंद्रीय टीम ने डीएम को सौंपी रिपोर्ट
वाराणसी के कोविड अस्पतालों में बायो-मेडिकल वेस्ट के प्रबंधन को लेकर स्थिति ठीक नहीं है दो सदस्यीय केंद्रीय टीम ने पांच दिवसीय सर्वे के दौरान तैयार अपनी जांच रिपोर्ट में दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। जिले के कोविड अस्पतालों में बायो-मेडिकल वेस्ट के प्रबंधन को लेकर स्थिति ठीक नहीं है, जो कोरोना संक्रमण को देखते हुए बड़ी आबादी को प्रभावित भी कर सकती है। वहीं लोगों में मास्क के प्रयोग को लेकर जागरुकता का आभाव है। उन्हें प्रेरित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को प्रचार-प्रसार बढ़ाना होगा। यह सुझाव दो सदस्यीय केंद्रीय टीम ने पांच दिवसीय सर्वे के दौरान तैयार अपनी जांच रिपोर्ट में दिया है, जिसकी एक प्रति शुक्रवार को जिलाधिकारी को सौंपते हुए टीम वापस दिल्ली लौट गई।
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों से चिंतित केंद्र ने डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल-दिल्ली के विशेषज्ञ डा. नीलम व डा. देवाशीष को सात सितंबर को बनारस भेजा था। सोमवार से गुरुवार तक टीम ने सीएचसी, पीएचसी समेत कोविड अस्पताल बीएचयू, एपेक्स, ईएसआइसी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय व कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण किया था। इस दौरान टीम ने कोविड वार्ड, सीसीटीवी कैमरे से निगरानी, डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता, भोजन-पानी, साफ-सफाई आदि ङ्क्षबदुओं का गहनता से अध्ययन किया था। शुक्रवार को सर्वे रिपोर्ट तैयार कर उसकी एक प्रति जिलाधिकारी को सौंपते हुए टीम वापस लौट गई। सीएमओ डा. वीबी सिंह ने बताया कि केंद्रीय टीम के सुझावों पर तत्काल अमल शुरू कर दिया गया है। कोविड अस्पतालों में बायो-मेडिकल कचरा प्रबंधन एवं निस्तारण के कार्यों की निगरानी और भी सख्ती के साथ ही जाएगी। बनारस आने से पहले केंद्रीय टीम ने गोरखपुर का सर्वे किया था। कोरोना से बचाव कार्य एवं चिकित्सीय सुविधा के लिहाज से टीम संतुष्ट रही।