पेपर लीक मामले में जमानत अर्जी खारिज, प्रिंटिंग प्रेस संचालक को क्राइम ब्रांच ने चोलापुर से किया था गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में मंगलवार को अदालत ने आरोपित प्रिटिंग प्रेस मालिक की जमानत अर्जी खारिज कर दी।
वाराणसी, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में मंगलवार को अदालत ने आरोपित प्रिटिंग प्रेस मालिक कौशिक कुमार कर की दूसरी जमानत अर्जी भी खारिज कर दी। आरोपित ने चार्जशीट दाखिल होने के बाद जमानत के लिए विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम तृतीय) की अदालत में जमानत अर्जी दाखिल किया था। जमानत अर्जी का विरोध एडीजीसीद्वय विनय कुमार सिंह व राजीव सिंह ने की।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले में बीते 28 मई 2019 को एसटीफ व क्राइम ब्रांच की टीम ने कोलकाता में प्रिंटिंग प्रेस का संचालन करने वाले कौशिक कुमार कर को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया था। कौशिक कर से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी तथा साक्ष्यों के आधार पर अगले ही दिन क्राइम ब्रांच प्रयागराज पहुंची। लोक सेवा आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार से पूछताछ के बाद उन्हें प्रयागराज से गिरफ्तार कर वाराणसी आई जेल भेज दिया था। अंजू कटियार तथा कौशिक कुमार कर की जमानत अर्जी पहले ही खारिज हो चुकी है और दोनों जेल में बंद है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ विवेचना पूरी करते हुए अदालत में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। विवेचना के दौरान नाम प्रकाश में आने पर अजय कुमार चौहान,अजीत कुमार, शैलेंद्र सिंह, प्रभु दयाल सिंह यादव, रंजीत, गणेश व एक अन्य के खिलाफ विवेचना चल रही है।