Move to Jagran APP

Azamgarh Helicopter Crash : विमान हादसे की जांच के लिए जिले में आई दो टीम

आजमगढ़ में हुए विमान हादसे की जांच के लिए दो टीम सोमवार की देर शाम जिले में आ गई। एक टीम इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी फुर्सतगंज अमेठी व दूसरी टीम दिल्ली उड्डयन विभाग दिल्ली की आई हुई है। वाराणसी एयरपोर्ट से टीम सरायमीर घटनास्थल पहुंचे है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 07:55 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 08:11 PM (IST)
Azamgarh Helicopter Crash : विमान हादसे की जांच के लिए जिले में आई दो टीम
आजमगढ़ विमान हादसे की जांच के लिए दो टीम सोमवार की देर शाम जिले में आ गई।

आजमगढ़, जेएनएन। सरायमीर कस्बे से सात किमी दूर कुशहा फरीद्दीनपुर गांव में हुए विमान हादसे की जांच के लिए दो टीम सोमवार की देर शाम जिले में आ गई। एक टीम इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी फुर्सतगंज, अमेठी व दूसरी टीम दिल्ली उड्डयन विभाग दिल्ली की आई हुई है। वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट से टीम के अधिकारी कार से सरायमीर कस्बा और वहां से घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने गांव के लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली।

prime article banner

जांच करने के बाद एएआइबी और उड्डयन मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी जाएगी

विमान हादसे की जानकारी मिलते ही एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआइबी) के अधिकारी रामचंद्रन सोमवार को साढ़े तीन बजे विमान द्वारा दिल्ली से वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचे और सड़क मार्ग से आजमगढ़ प्रस्थान कर गए। उनके द्वारा घटनास्थल पर पहुंच कर घटना के कारणों की जांच करने के बाद एएआइबी और उड्डयन मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

सरायमीर इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि विमान हादसे में मृत सोलो पायलट के शव का पोस्टमार्टम कराने से उनके यूनिट के अधिकारियों ने फोन कर रोक दिया। उनका आदेश था कि उनके आने के बाद पोस्टमार्टम कराया जाए। देर शाम छह बजे यूनिट के अधिकारियों ने निर्देश दिया कि शव का पोस्टमार्टम रात में ही करा लिया जाए। उनके निर्देश पर पोस्टमार्टम के लिए विधिक कार्रवाई पूरी कर शव को भेजने की तैयारी की जा रही है। रात में ही पोस्टमार्टम करा लिया जाएगा।

ग्रामीणों की सूचना पर हलकान हुए जिम्मेदार  

 विमान हादसे को लेकर ग्रामीण हतप्रभ थे। इस बीच एक पॉयलट के पैराशूूट के सहारे सरायमीर के मंजीरपट्टी गांव में कूदने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला पहुंच गया। गांव के प्रधान मुहम्‍मद जाहिद ने बताया कि हादसे होने से पूर्व कुछ ग्रामीणों ने बताया कि आकाशीय बिजली चमकी, उसी बीच विमान नीचे की तरफ गिरता दिखाई दिया। उसमें से एक व्यक्ति पैराशूट से नीचे की तरफ आ रहा था। ग्रामीणों बात पर कुंवर नदी के दोनों तरफ लगभग 300 मीटर तक डेढ़ घंटे तक किस-किस जगह तलाश नहीं हुई, लेकिन नतीजा सिफर रहा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.