अयोध्या-वाराणसी फोरलेन का गड़करी करेंगे शिलान्यास, भूमि अधिग्रहित कर बनेगी एनएच 135ए
श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या को महादेव की नगरी काशी से भारतमाला योजना के तहत जोड़ने वाली अयोध्या वाराणसी फोरलेन एनएच 135ए का डिजाइन बदल गया है।
वाराणसी, (देवव्रत त्रिवेदी)। श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या को महादेव की नगरी काशी से भारतमाला योजना के तहत जोड़ने वाली अयोध्या-वाराणसी फोरलेन एनएच 135ए का डिजाइन बदल गया है। इस सड़क का आठ फरवरी को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अयोध्या में शिलान्यास करेंगे। इसके लिए एनएचएआइ बनारस के अधिकारियों ने अयोध्या में डेरा डाल रखा है। नई डिजाइन से एनएचएआइ सरकारी खजाने से 2000 करोड़ तक की बचत करेगी। मौजूदा हाईवे से बिना छेड़छाड़ किए कृषि भूमि अधिग्रहित कर नया हाईवे बनाया जाएगा। नई डिजाइन में आड़े नहीं आएगी रेलवे क्रासिंग : कुल 1081.48 करोड़ की लागत से बनने वाली करीब 183 किलोमीटर लंबी सड़क के रास्ते में कोई रेलवे क्रासिंग नहीं आएगी। इस दौरान एक बड़ा पुल, 4 छोटे पुल, 2 फ्लाइओवर और करीब 30 अंडरपास होंगे। इन शहरों से गुजरेगा फोरलेन :नई डिजाइन से फोरलेन बनने के बाद अकबरपुर, सुलतानपुर, आजमगढ़ और जौनपुर से होते हुए बनारस के दांदुपुर के पास ¨रग रोड अंडरपास से जुड़ेगी। तीर्थ स्थलों की राह होगी आसान : इस नए हाईवे से अयोध्या में चौरासी कोस की परिक्रमा, सूर्य कुंड, राजा दशरथ का समाधि स्थल व सरयू के पावन घाट का रास्ता सुगम होगा। लखनऊ जाने के लिए मिलेगा वैकल्पिक मार्ग : बनारस को राजधानी लखनऊ से जोड़ने के लिए नया हाईवे मिल जाएगा। एनएच 135ए रोड अयोध्या बाइपास स्थित श्रीराम चौकी होकर लखनऊ-गोरखपुर वाली एनएच-28 से जोड़ेगी। नई डिजाइन से लागत में काफी कमी आएगी और समय की बचत की जा सकेगी, केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री का कार्यक्रम प्रस्तावित है।-राजीव अग्रवाल, क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआइ, वाराणसी यूनिट।