नए साल से शहर में सीएनजी आटो रिक्शा, डीजल-पेट्रोल चालित वाहनों के धुएं से आबोहवा पर असर
एक जनवरी 2020 से काशी में चलने वाले सभी सिटी परमिट वाले ऑटो सीएनजी पर चलने के लिए ही मान्य होंगे।
वाराणसी, जेएनएन। शहर की बिगड़ी आबोहवा को सही करने और प्रदूषण मुक्त कराने के लिए बुधवार से शहर में सिर्फ सीएनजी आटो रिक्शा चलेंगे। पेट्रोल चालित आटो रिक्शा को किसी भी दशा में नहीं चलने दिया जाएगा। यह निर्णय था संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) का। लेकिन परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते शहर में संचालित 4850 सिटी परमिट आटो रिक्शा में से 1250 से अधिक सीएनजी में कन्वर्ट नहीं हो पाए। अब देखना है कि परिवहन विभाग आरटीए के आदेश का पालन कराता है या शहरवासियों को मौत का धुआं देता है।
शहर की आबोहवा इतनी बिगड़ चुकी है कि लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। लोग विभिन्न बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। शासन ने जिला प्रशासन को साफ शब्दों में कह दिया है कि शहर में इलेक्ट्रानिक या सीएनजी वाहन चले। 22 जुलाई 2019 को आरटीए की हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि 31 दिसंबर के बाद शहर में एक भी आटो रिक्शा पेट्रोल से नहीं चलेंगे। परिवहन विभाग को निर्देश दिया गया कि सिटी परमिट वाले सभी आटो रिक्शा को 31 दिसंबर तक सीएनजी में कन्वर्ट करा लिया जाए। इसके लिए आटो चालकों को नोटिस जारी किया जाए। साथ ही नए सीएनजी आटो रिक्शा का पंजीयन हो। पांच माह में परिवहन विभाग में पंजीकृत आटो रिक्शा को सीएनजी में कन्वर्ट नहीं करा सका।
पंजीकृत आटो रिक्शा: 4850
कन्वर्ट आटो रिक्शा: 3600
बचे आटो रिक्शा: 1250
इस बारे में आरटीओ हरिशंकर सिंह ने कहा कि आटो रिक्शा मालिकों को नोटिस जारी कर सीएनजी में कन्वर्ट कराने का निर्देश दिया गया था लेकिन उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया। अचानक आटो रिक्शा को रोकने से शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ जाएगी। ऐसे में मंडलायुक्त से मिलकर बचे आटो रिक्शा में सीएनजी में कन्वर्ट करने के लिए मोहलत मांगी जाएगी। वहीं, आटो रिक्शा मालिकों को फिर नोटिस जारी की जाएगी।
चालकों का तीन से पांच हजार रुपये बचेंगे
गैस अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड (गेल) के मुख्य महाप्रबंधक एसएन यादव ने कहा कि एक जनवरी से शहर में सिर्फ सीएनजी आटो रिक्शा चलेंगे। इससे आटो चालकों को हर माह तीन से पांच हजार रुपये की बचत होगी। वहीं, कार चालकों की प्रति किमी. दो रुपये की बचत होगी। साथ में हवा दूषित नहीं होगी। गेल के उप महाप्रबंधक गौरी शंकर मिश्रा ने बताया कि फिलहाल शहर में छह सीएनजी स्टेशन चल रहे हैं तथा साल के अंत पांच और सीएनजी स्टेशन शुरू हो जाएंगे। गेल के मुख्य प्रबंधक (मार्केटिंग) सुरेश तिवारी ने बताया कि प्रयागराज में सीएनजी बसों को कन्वर्ट करने की सुविधा है, जल्द ही बनारस में शुरू होगी। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों से सभी बसों को सीएनजी में कन्वर्ट कराने को कहा।