Move to Jagran APP

तीन बजते ही समेटने लगते दुकानों के सामान, कल आने के लिए कहकर ग्राहकों को लौटा दे रहे

कोरोना के बचाव को चल रहे प्रतिबंध के तहत शाम चार बजे सभी दुकानें व कार्यालय बंद करने का निर्देश है। इसे लेकर साढ़े तीन बजे से दुकानें बंद करने का दबाव दुकानदारों पर बढ़ जाता है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 06:11 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 11:41 PM (IST)
तीन बजते ही समेटने लगते दुकानों के सामान, कल आने के लिए कहकर ग्राहकों को लौटा दे रहे
तीन बजते ही समेटने लगते दुकानों के सामान, कल आने के लिए कहकर ग्राहकों को लौटा दे रहे

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना के बचाव को चल रहे प्रतिबंध के तहत शाम चार बजे सभी दुकानें व कार्यालय बंद करने का निर्देश है। इसे लेकर साढ़े तीन बजे से दुकानें बंद करने का दबाव दुकानदारों पर बढ़ जाता है। वे दुकान के बाहर रखे सामान समेटने में जुट जाते हैं। साथ ही ग्राहकों से भी यही कहा जाता है कि आज सामान नहीं मिला तो कल आइए। वरना थोड़ी सी कमाई के लिए दुकान का चालान कट जाएगा। कुछ इसी तरह की स्थिति मंगलवार को बाजार में देखने को मिली।

loksabha election banner

दिन में तो बाजार एवं गलियां पूरी तरह गुलजार रहीं। कई जगह तो जाम तक की भी नौबत आ गई। कारण कि सुबह नौ से शाम चार बजे के बीच ही दुकान भी चलानी है और माल मंगाना और भेजने का भी कार्य पूरा करना होता है। यही वजह थी कि आपाधापी के कारण शहर में माल ढोने वाले छोटे वाहन अधिक आवागमन कर रहे थे। कुछ दुकानों में शारीरिक दूरी का ख्याल नहीं रखा जा रहा था, लेकिन अधिकतर जगह इस पर लोग खुद ही ध्यान दे रहे थे। अगर कोई ग्राहक तीन या साढ़े तीन बजे के बाद आ रहा था तो दुकानदार कल आने के लिए कह कर लौटा रहे थे। वहीं लेफ्ट-राइट के नियम के बाद भी कुछ दुकानें चोरी-छिपे नियमों के खिलाफ खुली हुई थीं। उधर, एलडीएम मिथिलेश कुमार के अनुसार अब ग्राहकों के लिए बैंकिंग का समय शाम तीन बजे तक कर दिया गया है। कारण कि इसके बाद भी बैंक में तमाम आंतरिक कार्य होते हैं, जिसको पूरा करने में काफी समय लगता है इसलिए यह फैसला लिया गया है।

31 जुलाई तक दुकानें बंद  रखेंगे पहडिय़ा के व्यापारी

कोरोना संकट को देखते हुए पहडिय़ा व्यापार मंडल के कई व्यापारियों ने 15 से 31 जुलाई तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण की दर को देखते हुए  जिला प्रशासन से 15 दिन के लिए सख्त लॉकडाउन की कई बार मांग की गई। इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हुई। इसका नतीजा सामने है। यदि जिला प्रशासन लॉकडाउन नहीं कर रहा तो हम स्वत: अपनी दुकानें बंद कर देंगे। व्यापार मंडल के महामंत्री अरविंद लाल ने बताया कि जब बाजार बंद थे तो केस भी बहुत कम थे। बाजार खुलते ही कोरोना पॉजिटिव की बाढ़ आ गई है। लॉकडाउन से पहले पहाडिय़ा क्षेत्र में केवल एक केस था। वर्तमान में दर्जनों एक्टिव केस हैैं। ऐसे में व्यापार मंडल के सदस्यों से मंगलवार शाम को बात की गई। दर्जनों दुकानदार अपनी दुकानें 31 जुलाई तक बंद रखने के पक्ष में है। उनका कहना है कि जब सुरक्षित रहेंगे तभी कारोबार करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.