Handwara Encounter में शहीद हुआ गाजीपुर का अश्वनी, वीर जवान को श्रद्धांजलि देने लगा लोगों का तांता
जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में चल रहे मुठभेड़ में सोमवार को जिले के सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव शहीद हो गए।
गाजीपुर, जेएनएन। जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में चल रहे मुठभेड़ में सोमवार को जिले के सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव शहीद हो गए। इसकी सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। नोनहरा थानाक्षेत्र के चकदाउद गांव निवासी अश्वनी के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। घर में मां लालमुनी, पत्नी अंशु देवी, दो छोटे भाई अंजनी व अमन के अलावा दो बच्चे आइशा (6) व आदित्य (4) हैं। मां व पत्नी पछाड़े खा रही थीं तो दोनों भाई व बच्चे दहाड़े मार कर रो रहे थे। लोग उन्हें सांत्वना देने में लगे हुए थे।
परिवार में अश्वनी ही इकलौत कमासुत सदस्य थे। आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए इस वीर जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए रात तक लोगों का तांता लगा रहा। ग्राम प्रधान ने बताया कि मंगलवार को शहीद का पार्थिव शरीर आने की संभावना है।
सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद
कश्मीर के हंदवाड़ा में हुई मुठभेड़ में हुई जवानों की शहादत पर देशवासियों के आंसू अभी थमे भी नहीं थे कि सोमवार को आतंकियों ने फिर से हमला कर दिया। हंदवाड़ा में ही सीआरपीएफ के दस्ते पर हुए इस आत्मघाती हमले में तीन जवान शहीद हो गए। जबकि सात अन्य जवान घायल हुए हैं। इस दौरान हुई क्रॉस फायरिंग की चपेट में आने से एक किशोर की भी मौत हुई है। हमले के बाद आतंकी भाग निकले। आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों ने सघन अभियान शुरू कर दिया है। हमले में शहीद हुए जवानों की पहचान संतोष मिश्रा, अश्विनी कुमार यादव और चंद्र शेखर के रूप में हुई है। वहीं, क्रास फायरिंग में मारे गए किशोर की पहचान उमर शफी बट उर्फ आजिम बट के रूप में हुई है। इससे पहले गत रविवार को हंदवाड़ा के छंजमुला में हुई मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।