चोरी के ट्रकों के पंजीयन में एआरटीओ से पूछताछ, एसआइटी के सवालों के सामने जताई अनभिज्ञता
परिवहन कार्यालय में पंजीकृत चोरी के 24 ट्रकों के मामले में एसआइटी ने एआरटीओ से पूछताछ की।
वाराणसी, जेएनएन। परिवहन कार्यालय में पंजीकृत चोरी के 24 ट्रकों के मामले में एसआइटी ने एआरटीओ से पूछताछ की। कई सवालों के जवाब एआरटीओ नहीं दे सके। एसआइटी ने पूछा कि अप्रुवल किसने किया तो भी वे चुप रहे। सात और चोरी की गाडिय़ों के पंजीयन होने पर एसआइटी ने रिकार्ड तलब किया है। जांच में अधिकारी और लिपिक फंसते नजर आ रहे हैं।
24 ट्रकों के पंजीयन मामले में उप परिवहन आयुक्त लक्ष्मीकांत मिश्रा के निर्देश पर तत्कालीन एआरटीओ सर्वेश कुमार सिंह ने बड़ागांव थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। उधर, परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने दो सदस्यीय टीम भेजकर जांच कराई तो एआरटीओ और लिपिक की संलिप्तता सामने आई। तत्कालीन दोनों एआरटीओ व लिपिक को निलंबित कर दिया गया। मामला बड़ा होने पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने एसआइटी गठित करने का निर्देश दिया।
एसआइटी ने तत्कालीन पंजीयन अधिकारी और लिपिक से पूछताछ करने के साथ अन्य पहलुओं पर जांच कर रही है। साथ ही चोरी के 24 में से सात ट्रकों के ट्रांसफर करने वाले लिपिकों से भी पूछताछ की है। जांच चल रही थी कि पांच ट्रक व दो टैक्सी समेत सात और चोरी की गाडिय़ों का पंजीयन का मामला उजागर हुआ। इस मामले में एसआइटी ने फिर परिवहन अधिकारी को बुलाया है। सूत्रों की माने तो एक जनवरी 2018 तक झारखंड व मध्य प्रदेश से 89 गाडिय़ां एनओसी लेकर आईं हैं।
मुख्यालय ने तलब की फाइल
सात और चोरी की गाडिय़ों के पंजीयन मामले में परिवहन आयुक्त ने नाराजगी जाहिर की है। मुख्यालय ने परिवहन अधिकारी से इन गाडिय़ों का ब्यौरा मांगा है।