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30 नवंबर को जारी होगा सूबे के अशासकीय संस्कृत विद्यालयों में संविदा पर शिक्षकाें को नियुक्ति पत्र

जनपद के 31 संस्कृत विद्यालयों में 83 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। इन विद्यालयों ने वर्ष 2018 में ही रिक्त शिक्षकों का विवरण शासन को भेजा था। इसी के आधार पर शासन ने प्रबंधतंत्र को विज्ञापन जारी कराने का आदेश जारी किया था।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 11:41 AM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 11:41 AM (IST)
30 नवंबर को जारी होगा सूबे के अशासकीय संस्कृत विद्यालयों में संविदा पर शिक्षकाें को नियुक्ति पत्र
जनपद के 31 संस्कृत विद्यालयों में 83 शिक्षकों के पद रिक्त हैं।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। शासन ने सूबे के अशासकीय संस्कृत विद्यालयों में संविदा पर शिक्षकाें की नियुक्ति की प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा था । इसके बावजूद कई जनपदों में नियुक्ति की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है । इसे देखते हुए शासन ने ऐसे जिलों को अब 15 नवंबर तक नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है ताकि 30 नवंबर को नियुक्ति पत्र जारी किया जा सके । ऐसे में अशासकीय संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की कमी अब जल्द पूरी होने वाली है।

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31 संस्कृत विद्यालयों में 83 पद रिक्त : जनपद के 31 संस्कृत विद्यालयों में 83 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। इन विद्यालयों ने वर्ष 2018 में ही रिक्त शिक्षकों का विवरण शासन को भेजा था। इसी के आधार पर शासन ने प्रबंधतंत्र को विज्ञापन जारी कराने का आदेश जारी किया था। शासन के निर्देश पर हनुमत संस्कृत विद्यालय (चौकाघाट), श्री आनंदमयी कन्यापीठ (भदैनी), आदर्श सांग ब्रह्म विद्यापीठ सहित अन्य विद्यालयों के प्रबंधतंत्र ने गत माह साहित्य, व्याकरण, वेदांत, पुराणेतिहास विभाग सहित आधुनिक विषयों में विज्ञापन जारी किया था ।

क्वींस कालेज में हुआ था साक्षात्कार : अशासकीय संस्कृत विद्यालयों में संविदा पर शिक्षकाें के चयन के लिए इसी माह में राजकीय क्वींस इंटर कालेज में साक्षात्कार बुलाया गया था । चयन समिति ने जनपद में सभी शिक्षकों के रिक्त पदों पर चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली है ।

पांच सदस्यीय चयन समिति : प्रदेश भर में जिलों में अस्थाई संविदा पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) की देखरेख में पांच सदस्यीय चयन समिति बनाई गई थी। इसमें संबंधित अशासकीय संस्कृत माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधक अध्यक्ष हैं। इनके अलावा संबंधित जिले के जिलाधिकारी द्वारा नामित जनपदीय अधिकारी सदस्य, मंडलीय उप निरीक्षक संस्कृत पाठशालाएं सदस्य, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी द्वारा नामित दो सदस्य एवं संबंधित जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक सदस्य सचिव हैं।

महाविद्यालयों में भी संविदा पर नियुक्त के आसार : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में भी शिक्षकों का टोटा बना हुआ है। इसे देखते हुए शासन संस्कृत विद्यालयों के तर्ज पर महाविद्यालयों में भी अब संविदा पर शिक्षकों की नियुक्ति करने की तैयारी की जा रही है ताकि फौरी तौर पर शिक्षकों की कमी पूरी की जा सके। वहीं स्थायी अध्यापकों की नियुक्ति के लिए विधि विशेषज्ञों से परामर्श किया जा रहा है। कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने बताया कि संबद्ध महाविद्यालयों में भी संविदा पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शासन से वार्ता चल रही है।


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