घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ने से लोगों में गुस्सा, कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू
घरेलू गैस सिलेंडर में 145 रुपये बढ़ जाने से लोगों में सरकार के प्रति गुस्सा है। महंगाई के कारण पहले से ही किचन का बजट भी बिगड़ा है।
वाराणसी, जेएनएन। घरेलू गैस सिलेंडर में 145 रुपये बढ़ जाने से लोगों में सरकार के प्रति गुस्सा है। महंगाई के कारण पहले से ही किचन का बजट भी बिगड़ा है अब एलपीजी की कीमत बढ़ जाने से लोगों के माथे पर बल पड़ गया है। मूल्य बढ़ने के बाद गुरुवार को जनपद में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी हो रहा है। वाराणसी एलपीजी वितरक संघ के प्रवक्ता मनीष चौबे ने बताया कि 14 किलोग्राम के गैस सिलेंडर का भाव पहले 773 रुपये था, जो बढ़कर अब 918 रुपये हो गया है।
सामाजिक संस्था सुबह ए बनारस क्लब के बैनर तले संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल के नेतृत्व में मैदागिन स्थित भारतेंदु पार्क में संस्था से जुड़े सदस्यों एवं आम लोगों ने घरेलू गैस के मूल्य में भारी वृद्धी होने पर हाथों में तख्ती बैनर एवं सिलेंडर लेकर घरेलू गैस के मूल्य में बड़े हुए दर को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल ने कहा कि पहले से ही खाने पीने की चीजों में महंगाई का दंश झेल रही। दिल्ली की चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद केंद्र सरकार द्वारा घरेलू गैस में भारी इजाफा किया गया है। इससे आम जनता में आक्रोश की भावना उत्पन्न हो रही है। पहले तो सरकार ने लोगों से घरेलू गैस में सब्सिडी छोड़ने का आग्रह किया। केंद्र सरकार के आग्रह पर कितने लोगों ने स्वतः सब्सिडी लेना छोड़ दिया और कितने लोगों का जबरन छुड़ा दिया गया। मगर अब वही अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। जब दिन प्रतिदिन घरेलू गैस के मूल्य में पेट्रोलियम मंत्रालय मनमानी तौर से वृद्धि करती जा रही है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राजू यादव, नंदकुमार टोपी वाले, चंद शेखर चौधरी, अनिल केसरी, अशोक गुप्ता, राजेश केसरी, गोपाल जी यादव, रमाकांत जायसवाल, पंकज पाठक, डॉ मनोज यादव, सुनील अहमद खान, रामजी रस्तोगी, सहित कई लोग शामिल थे। उधर रामनगर चौक चौराहा के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन। वहीं लक्सा इलाके में भी महिलाओं ने प्रदर्शन कर सिलेंडर को डस्टबिनमें फेंक कर विरोध जताई।
गैस सिलेंडर के दाम बढऩे से गुस्से में किचन क्वीन
अचानक ही घरेलू गैस सिलेंडर में 145 रुपये की बढ़ोत्तरी होने से किचन क्वीन भी आग बबूला हो गईं। सरकार के इस फैसल पर जमकर हमला किया। कहा कि गैस के दाम बढऩे से किचन का बजट ही गड़बड़ा जाएगा। ऐसे में अब बहुत ही मिच-मिच कर खर्च चलाना पड़ेगा। मध्यम वर्ग के लोगों के लिए तो दाम बढऩा आफत आने से कम नहीं है। गैस ही नहीं उड़द की दाल ने भी इन दिनों आंखें तरेरनी शुरू कर दी है। सरसों के तेल के बढ़े दाम ने भी किचन की आग में घी डालने का काम किया है।
राजेंद्र विहार कॉलोनी, सुंदरपुर की रितुपर्णा भट्टाचार्य ने कहा कि गैस सिलेंडर के दाम बढऩे से हर वर्ग पर असर पड़ेगा। महिलाओं की चिंता बढ़ेगी और बजट भी गड़बड़ाएगा। सब्जी व अन्य खाद्य पदार्थ के भाव भी निरंकुश होते जा रहे हैं। सरकार को महंगाई को नियंत्रित करने के कदम उठाने चाहिए। सीए अंकिता सिंह ने कहा कि गैस के दाम बढऩे से हर किसी के लिए घर के खर्च को संतुलित बनाए रखना मुश्किल होगा। खर्च में कटौती करनी पड़ेगी। कारण कि इनकम तो फिक्स हैं, लेकिन खर्च बढ़ते ही जा रहा है। इसकी शिकायत मैं मोदी एप पर करूंगी। ताकि महंगाई पर रोक लग सके। महिला व्यापारी मनीषा जैन ने कहा कि महंगाई बढ़ते ही जा रही है। अगर गैस सिलेंडर के लिए ही हजार रुपये दे दिया जाएगा तो घर के बाकी खर्च कैसे चलेंगे। गैस हर किसी के घर की जरूरत है। ऐसे में सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। वरना मध्यम वर्ग पर इसका भार अधिक बढ़ेगा। सामाजिक कार्यकर्ता ममता द्विवेदी के अनुसार यह सब्सिडी वाला चक्कर ही बंद कर देना चाहिए। सरकार को चाहिए कि गैस का वास्तविक रेट ले। ताकि शुरू में ही अधिक राशि नहीं खपानी पड़े। उपर, गैस सिलेंडर का भाव बढ़ाना तो आग में घी डालने जैसा है।
सपा कार्यकर्ताओं ने गंगा में सिलेंडर प्रवाहित कर विरोध जताया
शिवाला घाट के सामने गंगा में गुरुवार दोपहर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गैस मूल्य में हुई बढ़ोतरी के विरोध में सिलेंडर को गंगा में प्रवाहित कर विरोध जताया। समाजवादी पार्टी कैंट विधानसभा के बैनर तले समाजवादी पार्षद दल के नेता कमल पटेल, विवेक यादव और शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष संजय प्रियदर्शी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किये।कमल पटेल ने बताया सरकार लगातार गैस का दम बढाकर गरीबों पर कहर ढाह रही हैं।जनता इसके बदले सरकार को हटाकर रहेंगी। दिल्ली हार का बदला सरकार ले रही है। विरोध प्रदर्शन में पार्षद कमल पटेल, अशोक यादव, विवेक यादव, संजय प्रियदर्शी, दिलीप कश्यप, आलोक गुप्ता, दिनेश पटेल, पप्पू पांडेय, गौरव श्रीवास्तव सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल रहें।