सारनाथ के बौद्ध भिक्षुओं में नाराजगी, कहा- 'आस्था से खिलवाड़ नहीं करे वाराणसी नगर निगम'
चौखंडी स्तूप के सामने वाहन पार्किंग में नगर निगम की ओर से कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बनाए जाने से बौद्ध भिक्षु आहत हैं। बौद्ध भिक्षुओं ने नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन और नगर निगम से कूड़ा डंपिंग ग्राउंड तत्काल बंद करने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। चौखंडी स्तूप के सामने वाहन पार्किंग में नगर निगम की ओर से कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बनाए जाने से बौद्ध भिक्षु आहत हैं। बौद्ध भिक्षुओं ने नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन और नगर निगम से कूड़ा डंपिंग ग्राउंड तत्काल बंद करने की मांग की है। कूड़ा डंपिंग ग्राउंड नहीं हटाने पर वे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पत्र लिखकर आस्था से खिलवाड़ करने वालों के बारे में बताएंगे। भगवान बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ में कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बनाना समझ से परे है जबकि यहां रोज हजारों की संख्या में देशी-विदेसी पर्यटक आते हैं।
सारनाथ में आकाशवाणी तिराहे पर पहुंचते ही नगर निगम के कूड़ा डंपिंग ग्राउंड से कूड़े का दुर्गंध आना शुरू हो जाता है। अचानक दुर्गंध होने पर्यटक हैरान रह जाते हैं। वह रूमाल या अन्य सामान से नाक बंद करते हैं लेकिन दुर्गंध कम नहीं होती है। दुर्गंध और बीमारी से भयभीत पर्यटक बरैंग लौट जाते हैं। कूड़ा डंपिंग ग्राउंड को लेकर पिछले दिनों क्षेत्रीय लोगों ने प्रदर्शन कर नाराजगी जाहिर की थी लेकिन अभी तक कूड़ा गिराने का क्रम जारी है। बारिश होने के साथ आसपास लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। लोग विभिन्न बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। शिकायत करने के बाद भी जिला प्रशासन और नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
धम्म शिक्षण केंद्र के प्रभारी भिक्षु चंद्रिमा का कहना है कि सारनाथ बौद्ध धर्म स्थली होने के साथ अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल है, जहां हजारों की संख्या में देशी-विदेसी पर्यटक आते हैं। नगर निगम ने कैसे कूड़ा घर बना दिया, जबकि वहां वाहन पार्किंग है। पास में कंबोडिया मंदिर में बौद्ध भिक्षुओं का रहना मुश्किल हो गया है। मंदिर में कोई पर्यटक नहीं आता है। मंदिर में ध्यान-साधना करने में परेशानी होती है। नगर निगम जल्द से जल्द कूड़ा डंपिंग ग्राउंड सारनाथ से दूर ले जाए।