Amitabh Bachchan मदद को आए आगे, पूरा विमान बुक कर 348 लोगों को भेजा वाराणसी एयरपोर्ट
अमिताभ बच्चन ने अपने रुपये से पूरा विमान बुक कर 348 प्रवासी मजदूरों को वाराणसी एयरपोर्ट भेजवाया। वाराणसी पहुंचे लोगों ने अमिताभ काे धन्यवाद दिया।
वाराणसी, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोराना वायरस के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लाॅकडाउन के दौरान मुंबई में फंसे पूर्वांचल के 348 लोगों के लिए महानायक अमिताभ बच्चन मसीहा साबित हुए। अमिताभ बच्चन ने अपने रुपये से दो स्पेशल विमान बुक कर के 348 प्रवासी मजदूरों को वाराणसी एयरपोर्ट भेजवाये। वाराणसी पहुंचे लोगों ने अमिताभ बच्चन काे काफी धन्यवाद दिया।
अमिताभ बच्चन द्वारा खुद की पब्लिसिटी नहीं किया जाना था, जिसके चलते एबी कॉर्पोरेशन लिमिटेड के द्वारा हाजी अली ट्रस्ट और पीर मखदूम साहब ट्रस्ट के माध्यम से यह काम कराया गया। मुंबई में फंसे 174 प्रवासी मजदूरों को लेकर इंडिगो एयरलाइंस का पहला विमान 6ई9981 बुधवार को दोपहर 12.40 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरा वहीं 174 यात्रियों को लेकर दूसरा विमान 6ई9983 शाम 6.30 बजे आया। दोनों विमानों से वाराणसी‚ इलाहाबाद‚ आजमगढ़‚ रायबरेली के साथ ही अन्य जनपदों के लोग वापस आये।
नहीं चाहते थे खुद की पब्लिसिटी, इसलिए ट्रस्ट का लिया सहारा
सूत्रों की मानें तो अमिताभ बच्चन खुद की पब्लिसिटी नहीं करना चाहते थे जिसके चलते ट्रस्ट के माध्यम से यह काम कराया गया। मुंबई में फंसे 174 प्रवासी मजदूरों को लेकर इंडिगो एयरलाइंस का विमान 6ई9981 दोपहर 12.40 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरा। वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचे मजदूरों ने बताया कि उनको पहले ट्रेन से घर भेजा जाना था। उन लोगों ने ट्रेन का टिकट भी कराना चाहा लेकिन बुकिंग नहीं हुई। इसके बाद अमिताभ मसीहा बनकर सामने आए और उनको घर भेजा।
रायबरेली निवासी शाहनवाज खान नामक व्यक्ति ने बताया कि मुंबई में वह ऑटो रिक्शा चलाते थे। वह घर आना चाहते थे लेकिन पैसे ना होने के चलते वे और उनका परिवार मुंबई में ही फंसे थे। शाहनवाज ने बताया कि पीर मखदूम साहब ट्रस्ट के माध्यम से अमिताभ की ओर से विमान का टिकट कराया गया। इसके बाद हम वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचे हैं। हमारा पूरा परिवार अभिनेता अमिताभ का शुक्रगुजार है कि इस कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी के दौरान उन्होंने हमारे परिवार के साथ ही पूर्वांचल के बहुत से लोगों की मदद की।
इससे पूर्व सोनू सूद ने की थी मदद
इससे पूर्व सोनू सूद ने भी वाराणसी के कई लोगों को घर वापस पहुंचाने में मदद की है। विपदा की घड़ी में उनका मदद के लिए आगे आना हर किसी को भा गया है। सभी सोनू सूद को रियल हीरो के रूप में देखने लगे हैं। सोनू ने वाराणसी के युवक के ट्वीट के जवाब में कहा था कि मैं बनारस आऊंगा तो जरूर बनारस का पान खाऊंगा। उन्होंने युवक को बनारस पहुंचाने में मदद की थी।