जौनपुर में एंबुलेंस चालकों की नहीं चलेगी मनमानी, किराया के लिए टास्क फोर्स का किया गया गठन
अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व राज कुमार द्विवेदी के नेतृत्व टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया गया है। कमेठी में सभी तहसीलों के एसडीएम सदस्य बनाए गए है। यह टीम एबुलेंस के किराए की दर निर्धारित करेंगी वहीं प्राइवेट अस्पताल में उपचार की दर निर्धारित करेंगे।
जौनपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल में मरीजों के अस्पताल व जांच केंद्र पहुंचाने के नाम पर एंबुलेंस संचालक मनमाना वसूली कर रहे थे। इतना ही नहीं अधिकांश एंबुलेंस में आक्सीजन आदि की सुविधा न होने पर भी जमकर शोषण करने की शिकायत आ रही थी। चालकों की अब मनमानी नहीं चलेगी। शासन के निर्देश पर जनपद में तय किराया से अधिक लेने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए शुक्रवार को जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व राज कुमार द्विवेदी के नेतृत्व टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया गया है। कमेठी में सभी तहसीलों के एसडीएम सदस्य बनाए गए है। यह टीम एबुलेंस के किराए की दर निर्धारित करेंगी वहीं प्राइवेट अस्पताल में उपचार की दर निर्धारित करेंगे।
जिले में एबुंलेंस संचालकों की तरफ से मनमाने तरीके से वसूली के मामला सामने आने पर टास्क फोर्स गठित की गई है। साथ ही कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण द्वितीय लहर महामारी को देखते हुए आम नागरिक, मरीजों का आर्थिक शोषण न होने, इसके लिए शासन की तरफ से प्राइवेट अस्पताल में उपचार की दर निर्धारित की गई है। निर्धारित दर से अधिक भुगतान न लिया जाए, इस बात को सुनिश्चित करने के लिए जिला, तहसील स्तर पर कमेटी गठित की गई है।
अस्पतालों में उपचार के लिए आईसीयू बेड का अधिकतम किराया एक दिन का 900 रुपये, दूसरे तरह के बेड का किराया 700 रुपये होगा। अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व अपर जिलाधिकारी ने अधिक लेने की शिकायत पर केराकत में एक व जिला हास्पिटल के पास एक हास्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की है। प्रशासन के इस कार्रवाई से प्राइवेट हास्पिटल चलाने वाले संचालकों में खलबली मची हुई है।
टास्क फोर्स में नामित अधिकारी के मोबाइल नंबर पर वाट्सअप भी उपलब्ध है
जिलाधिकारी की तरफ से बनाए गए टास्क फोर्स में नामित अधिकारी के मोबाइल नंबर पर वाट्सअप भी उपलब्ध है, यदि किसी भी प्राइवेट अस्पताल में निर्धारित दर से ज्यादा की मांग की जाती है या किसी प्रकार का शोषण व दुर्व्यवहार किया जाता है तो लोग उन्हें व तहसील के एसडीएम के मोबाइल नंबर पर फोन व वाट्सअप के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
-राजकुमार द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व।