गाजीपुर में सर्वधर्म प्रार्थना सभा : शहर के दिल से निकली दुआ, उनके लिए जो चले गए हमें छोड़कर
दैनिक जागरण की ओर से किए गए सर्वधर्म प्रार्थना के आह्वान पर सुबह 9 बजते ही जो जहां था वहीं से उसने ईश्वर को याद किया। इस दौरान विभिन्न धार्मिक स्थलों में नित्य की जाने वाली पूजा के साथ ही कोरोना पीड़ितों के लिए भी प्रार्थना की गई।
गाजीपुर, जेएनएन। लहुरीकाशी में बुधवार को दिन के ठीक नौ बजे दो मिनट के लिए जो जहां रहा वहीं से उसका हाथ प्रार्थना के लिए उठ गया। मौका था कोरोना पीड़ितों के जल्द स्वस्थ होने की कामना और इस महामारी से असमय जान गंवाने वाले स्वजनों व कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने के लिए दैनिक जागरण द्वारा बुधवार को आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा का। क्या आम क्या खास, बच्चे-बूढ़े-नौजवान, महिलाएं, व्यवसायी, किसान, साधु, श्रमिक सभी के भाव एक। एक साथ इससे पहले कभी किसी प्रार्थना में एक साथ हजारों लोगों की इतनी बड़ी सहभागिता शायद ही कभी रही हो।
सभी का उद्देश्य बहुत ही पवित्र था, जिसमें राजनीतिक से लेकर सामाजिक संगठन, विधायक व अन्य राजनेता, व्यापारी संगठन, स्कूल, पुलिसकर्मी, सरकारी विभागों के कर्मियों और घरों पर लोगों ने प्रार्थना कर और दो मिनट का मौन रखकर पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता प्रकट की। अहम बात यह रही कि इसमें हर उम्र के लोगों ने हिस्सा लिया। छोटे-छोटे बच्चों ने अपने अभिभावकों और शिक्षकों के साथ आनलाइन प्रार्थना की।
दैनिक जागरण के इस आयोजन को लेकर लोगों में उत्साह था। नेक और पावन उद्देश्य को लेकर इस आयोजन को लेकर जागरण की सराहना और साधुवाद के बीच नौ बजे के पहले से ही लोग मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वार, चर्च से लेकर दफ्तरों और सड़कों पर आ गए। इसमें राजनीतिक दलों से लेकर सामाजिक संगठन, व्यापारी संगठन, स्कूल, पुलिसकर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, सरकारी विभागों के कर्मियों ने सहभागिता निभाई। शहर से लेकर गांव, सड़क से लेकर पगडंडी और खेत-खलिहानों से लेकर मैदानों तक प्रार्थना को हाथ उठे।
क्या था उद्देश्य : सर्वधर्म प्रार्थना का उदेश्य बहुत ही पावन था। कोरोना प्रोटोकाल के चलते हम इस महामारी के कारण मृत अपनों की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो पाए थे। इतना ही नहीं, उनके परिवारों को सांत्वना तक नहीं दे पाए थे। ऐसे में उन्हें व कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवारों को संबल देने के साथ ही कोरोना से जंग लड़ रहे हजारों लोगों को ईश्वर जल्द स्वस्थ करें, ऐसी कामना के लिए बुधवार सुबह दस बजे जो जहां हैं, उसे वहां से प्रार्थना करनी थी।
अधिकतर लोगों ने प्रार्थना कर और दो मिनट का मौन रखकर पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता प्रकट की। छोटे-छोटे बच्चों ने अपने अभिभावकों और शिक्षकों के साथ आनलाइन प्रार्थना की। हर उम्र हर धर्म, संप्रदाय, पंथ मजहब को मानने वाले अपनी जगह पर दो मिनट का मौन धारण कर उन लोगों के लिए मन्नतें मांगी जिन्हें कोरोना महामारी ने हम सबसे छीन लिया। उनकी आत्मा, उनकी रूह की शांति, मगफिरत व मोक्ष के लिए दुआ करने तथा बीमारी से जूझ रहे मरीजों के स्वास्थ्य की कामना की कि ईश्वर उन्हें जल्दी ठीक करें। सबका मानना था कि सबकी यह एक साथ, एक समय की सामूहिक प्रार्थना, निश्चित रूप से एक विशाल सकारात्मक वातावरण का सृजन करेगी, इन दुआओं का असर होगा और लोगों को रोग से निजात मिलेगी।
इसके अलावा कामाख्या धाम मंदिर स्थित प्रसाद के दुकानदाराें ने भी श्रद्धांजलि दी।सेंट बीआर कांवेंट एकेडमी रेवतीपुर में प्रार्थना सभा में लोग शामिल हुए। मौधा में सौना मोड़ गांव के युवक, रेवतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर, गहमर पंचायत भवन पर ग्राम प्रधान बलवंत सिंह, सुहवल में सर्व समाज के लोगों ने प्रार्थना की।
वहीं लौवाडीह में भी लोगों ने दुआ के लिए हाथ उठाया और भगवान से कोरोना मुक्ति की कामना की और प्रार्थना के आग्रह के अनुरूप 2 मिनट मौन रखकर परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना किया कि विपदा की इस घड़ी में कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों के स्वजन को संबल प्रदान करें। कासिमाबाद तहसील परिसर में दैनिक जागरण के सर्वधर्म प्रार्थना सभा में शामिल होकर कोरोना काल में कालकवलित हुए लोगों को तहसीलदार डा. विराग पांडेय, नायब तहसीलदार राकेश कनौजिया व तहसील के कर्मचारियों ने श्रद्धांजलि दी और संक्रमण से जंंग लड़ रहे लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
पर्णकुटी के महंत गोपालदास जी कहते हैं कि जब भी कोई व्यक्ति प्रार्थना के लिए अपने हाथ उठाता है, तब वास्तव में वह अपने भीतर की शक्ति को जगा रहा होता है और प्रर्थना से उसके अंदर नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। खानपुर के हाजी असगर अली कहते हैं कि दैनिक जागरण के इस प्रार्थनासभा से एक तरीके से इंसान ने खुद को अंदरूनी तौर पर हालात से निपटने के लिए तैयार किया है। इस प्रार्थनाशक्ति की वजह से हमारे अंदर एक विश्वास पैदा हुआ है और लगा कि अब हमारी जिंदगी से विपत्तियां टल जाएगी।