आजमगढ़ में सर्वधर्म प्रार्थना सभा : अपनों की शांति और स्वास्थ्य को 50 हजार लोगों ने की प्रार्थना
All religion prayer meeting in Azamgarh कोरोना पीड़ितों के जल्द स्वस्थ होने की कामना से और इस महामारी से असमय जान गंवाने वाले स्वजनों व कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने के लिए बुधवार सुबह नौ बजे लोगों ने प्रार्थना की।
आजमगढ़ , जेएनएन। कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी ...। घड़ी की सुई ने बुधवार की सुबह नौ बजाए ही थे कि मौन प्रार्थना के कारण सबकुछ ठहर सा गया। तमसा नदी किनारे से लेकर मंदिरों, गांव, शहर, रंगमंच से लेकर मुंबई (बालीवुड) तक जिलेवासियों की जीजीविशा दंग करने वाली थी। बमुश्किल दो मिनट बाद सबकुछ पटरी पर लौटने लगा, लेकिन जिलेवासियों की जीजीविशा की चर्चा शायद कभी भुलाई नहीं जा सकेगी।
इस दौरान, विभिन्न धार्मिक स्थलों में नित्य की जाने वाली पूजा के साथ ही कोरोना पीड़ितों के लिए भी प्रार्थना की गई। सभी का उद्देश्य बहुत ही पवित्र था, जिसमें राजनीतिक से लेकर सामाजिक संगठन, विधायक व अन्य राजनेता, व्यापारी संगठन, स्कूल, पुलिसकर्मी, सरकारी विभागों के कर्मियों और घरों पर लोगों ने प्रार्थना कर और दो मिनट का मौन रखकर पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता प्रकट की। अहम बात यह रही कि इसमें हर उम्र के लोगों ने हिस्सा लिया। छोटे-छोटे बच्चों ने अपने अभिभावकों और शिक्षकों के साथ आनलाइन प्रार्थना की।
दैनिक जागरण ने कोरोना संक्रमण के कारण दिवंगत लोगों के लिए श्रद्धांजलि व वायरस से जूझ रहे लोगों के स्वास्थ्य लाभ को जनता से ईश्वर की प्रार्थना सभा करने को दो मिनट मांगा था। सुबह नौ बजे के मुकर्रर समय पर हजारों लोगों की उपस्थिति ने स्पष्ट कर दिया कि देशवासियों का दमखम रंचमात्र कम नहीं पड़ा है। कमजोर पड़ा है, तो कोरोना वायरस ...। तमसा परिवार व चित्रांश महासभा ने नदी किनारे पुष्पांजलि व हवन-पूजन की, तो कमिश्नरी सभागार में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस लाइन में डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे, एसपी सुधीर कुमार सिंह, कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी राजेश कुमार, विकास भवन सभागार में सीडीओ आनंद शुक्ल, सीएमओ कार्यालय में डा. एके मिश्र, चंद्रशेखर ट्रस्ट में एमएलसी यशवंत सिंह, कचहरी में अधिवक्ताओं व धर्म स्थलों समेत दर्जनों तिराहे-चौराहों पर समाजसेवी संस्थानों से जुड़े लोग शामिल हुए।
दैनिक जागरण के आह्वान पर मुंबई स्थित आवास में सर्व धर्म प्रार्थना करते लेखक गीतकार जावेद अख्तर दाएं व बाएं उनकी पत्नी सिने तारिका पूर्व सांसद शबाना आजमी भी शामिल हुई। बताते चलें कि शबाना आजमी जिले के मशहूर शायर कैफी आजमी की बेटी हैं और वह मिजवां फाउंडेशन से जुड़कर जिले की बेटियों को अंतरराष्ट्रीय मंच भी प्रदान कर रही हैं।
क्या था उद्देश्य :
सर्वधर्म प्रार्थना का उदेश्य बहुत ही पावन था। कोरोना प्रोटोकाल के चलते हम इस महामारी के कारण मृत अपनों की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो पाए थे। इतना ही नहीं, उनके परिवारों को सांत्वना तक नहीं दे पाए थे। ऐसे में उन्हें व कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवारों को संबल देने के साथ ही कोरोना से जंग लड़ रहे हजारों लोगों को ईश्वर जल्द स्वस्थ करें, ऐसी कामना के लिए बुधवार सुबह दस बजे जो जहां हैं, उसे वहां से प्रार्थना करनी थी।
सुबह से ही लाेग अपने-अपने निर्धारित जगहों पर प्रार्थना सभा में शामिल होने पहुंचने लगे थे। उनमें आत्मविश्वास दिख रहा था कि ऊपर वाले उनकी जरूर सुनेंगे। कोरोना से लोग ठीक होंगे और दिवंगत आत्माओं को प्रभु अपने श्री चरणों में स्थान भी जरूर देंगे। दो मिनट की खामोशी के बाद जन एकता की ऐसी जोरशोर शुरू हुई जिसकी गूंज शायद कभी कमजाेर नहीं पड़ने पाएगी ...।