ayodhya : विश्वनाथ धाम को लेकर अलर्ट, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं मिलेगा 15 दिसंबर तक अवकाश
केंद्रीय खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद एडीजी बृजभूषण के साथ पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की टीम विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र पहुंची और सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा की।
वाराणसी, जेएनएन। अयोध्या फैसले को देखते हुए विश्वनाथ धाम की सुरक्षा - व्यवस्था और तगड़ी कर दी गई है। केंद्रीय खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद एडीजी बृजभूषण के साथ पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की टीम विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र पहुंची और सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा की।
एडीजी बृजभूषण शर्मा, आइजी विजय सिंह मीना, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, एसएसपी प्रभाकर चौधरी एसपी सुरक्षा सुकीर्ति माधव, नगर आयुक्त गौरांग राठी, एडीएम सिटी विनय सिंह व एसपी सिटी दिनेश सिंह ने कोतवालपुरा तिराहे से बांसफाटक जाने वाली गली, ढुंढिराज गली स्थित गेट नंबर एक के पास, गढ़वासी टोला चौक द्वार, खोआ गली तिराहा, ब्रह्मनाल गली तथा नीलकंठ मंदिर तिराहा आदि गलियों का निरीक्षण किया। मंदिर परिक्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद विश्वनाथ मंदिर स्थित कंट्रोल रुम में समीक्षा की गई। काशी विश्वनाथ धाम के लिए खरीदे गए भवनों और उनके ध्वस्तीकरण के बाद खाली पड़े स्थान पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए लोहे और स्टील की बैरिकेडिंग और पुलिस फोर्स तैनात करने का निर्देश दिया गया।
पांच जोन, आठ सेक्टर में बंटा बनारस
राम जन्मभूमि पर आ रहे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद आपसी सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस - प्रशासन का यह लिटमस टेस्ट है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच जिला व पुलिस प्रशासन ने वाराणसी को सुरक्षा के लिहाज से पांच जोन व आठ सेक्टर में बांटने के साथ ही क्लस्टर एरिया बनाए हैं। संवेदनशील इलाकों में लगातार चक्रमण करने के साथ अधिकारी शांति कमेटी की बैठकें कर रहे। शुक्रवार को भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने शांति कमेटी की बैठकों में शिरकत की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। सुरक्षा-संसाधनों से लैस पुलिसकर्मी हर चुनौती से निबटने को तैयार हैं। मजिस्ट्रेट- पुलिस अधिकारियों के साथ ही सिविल डिफेंस, समाज संगठन से जुड़े सदस्यों के साथ क्षेत्रीय मानिंद लोग भी मुस्तैद रहेंगे।
महत्वपूर्ण तथ्य
- मंदिर परिक्षेत्र के आसपास रहने वालों की जांच शुरू हुई
- मलबे हटाने के लिए खोले गए रास्तों पर तैनात होंगे कमांडो
- विश्वनाथ मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर मैदागिन चौराहे से कोई भी चार पहिया वाहन नहीं जाएगा।
- मैदागिन चौराहे से मंदिर द्वार तक अधिकारियों व वीवीआइपी के जाने के लिए पांच ई-रिक्शा निर्धारित स्थल पर खड़े रहेंगे जो गेट पर छोड़ कर वापस अपने स्थान पर आकर खड़े होंगे।
- सुगम संचालन को चौराहे पर बनेगा काउंटर, 8-8 घंटे कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जायेगी।