बोले एम्स टॉपर : पारिवारिक परिवेश ने चिकित्सक बनने के लिए किया प्रेरित
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) में भी जनपद के अक्षत कौशिक को तीसरी व अपने ग्रुप में पहली रैंक मिली है।
वाराणसी, जेएनएन। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) में भी जनपद के अक्षत कौशिक को तीसरी व अपने ग्रुप में पहली रैंक मिली है। अक्षत को नीट 2019 में भी ऑल इंडिया स्तर पर तीसरी व सूबे में पहली रैंक मिली थी।
डीएलडब्ल्यू-ककरमत्ता निवासी अक्षत ने बताया कि पारिवारिक परिवेश ने चिकित्सक बनने के लिए प्रेरित किया। नीट व एम्स दोनों में तीसरी रैंक आने पर आश्चर्य नहीं हुआ। कारण मेडिकल की तैयारी पूरे मन से की थी। तैराकी व टीवी देखना उनकी हॉबी है। आकाश इंस्टीट्यूट (दुर्गाकुंड) के छात्र अक्षत ने बताया कि उनकी इच्छा माता-पिता व भाई की भांति डॉक्टर बनकर समाजसेवा की है। वह इंडोक्राइन के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं। अक्षत के पिता जनरल सर्जन डा. अवधेश कुमार कौशिक ककरमत्ता में निजी अस्पताल संचालक और मां किरण कौशिक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। बड़े भाई मोहित बीएचयू से एमबीबीएस कर रहे हैं। उनकी माता डा. किरण कौशिक ने बताया कि उन्होंने बेटे पर पढऩे के लिए दबाव नहीं डाला। अक्षत स्वयं पढ़ता था। बेटे की सफलता से खुश पिता डॉ. अवधेश कुमार कौशिक की इच्छा उसे अच्छा डॉक्टर बना कर समाजसेवा में समर्पित करने की है।
अक्षत को इंटरमीडिएट में 96.4 फीसद अंक हासिल हुए थे। अनौपचारिक बातचीत में अक्षत ने बताया कि बायो व सामान्य ज्ञान में अच्छे रैंक हैं। बताया कि इंटर में प्रतिदिन छह से सात घंटे अध्ययन करते थे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप