नये कृषि कानून के जरिये कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण किया जा रहा : तेजस्वी यादव
बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव ने कहा कि नये कृषि कानून के जरिये कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण किया जा रहा है। सरकार विभिन्न सेक्टरों का पहले ही निजीकरण में जुटी है। कृषि क्षेत्र के निजीकरण से किसानों का शोषण होगा।
गाजीपुर, जेएनएन। बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव ने कहा कि नए कृषि कानून के जरिए कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण किया जा रहा है। सरकार विभिन्न सेक्टरों का पहले ही निजीकरण करने में जुटी है। कृषि क्षेत्र के निजीकरण से किसानों का शोषण होगा। वह एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने बुधवार को शहर के तुलसीसागर में पहुंचे थे। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह पटना रवाना हो गए।
तेजस्वी यादव का प्रोटोकाल सुबह 11.30 बजे अंधऊ एयरपोर्ट पर आने का था, लेकिन उनका चार्टर प्लेन तीन घंटे देर से पहुंचा। एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद सड़क मार्ग से वह शहर के तुलसीसागर कालोनी में पत्रकार अशोक सिंह के सुपुत्र उत्कर्ष सिंह के बहू भोज में शामिल हुए। यहां उनका भव्य स्वागत हुआ। इस दौरान तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और उसकी नीतियों पर सवाल उठाए। कहा कि हमने बिहार का चुनाव ही लड़ा था कमाई, सिंचाई, दवाई व पढ़ाई के नाम पर। सिंचाई किसानों का बहुत बड़ा मुद्दा है। बिहार में तो मंडी ही खत्म कर दी गई। अब एक मार्केट की बात की जा रही है। यह सेक्टर जो अभी तक प्राइवेट नहीं हो पाया था, अब उसका भी निजीकरण करने की कोशिश हो रही है। एयर इंडिया व रेलवे से लेकर पेट्रोलियम कंपनियां सब प्राइवेटाइज हो गईं। कृषि क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर के घुसने से किसानों का शोषण होगा। हम लोग तो इस मुद्दे को लेकर सड़क पर भी उतरे हैं। तेजस्वी की एक झलक पाने के लिए युवा बेताब थे। उनके आगमन की सूचना पर सैकड़ों लोग मिलने पहुंचे थे।