पूर्वांचल में नदियों का रुख बढ़ाव के बाद अब स्थिरता की ओर, बलिया में कटान जारी
पूर्वांचल में बीते दिनों रह रहकर हुई बरसात के बाद से कई नदियों में दोबारा बढ़ाव दर्ज किया जा रहा था जो अब थमने की ओर है। हालांकि बलिया जिले में सरयू और गंगा नदियों की कटान से तटवर्ती इलाकों में चिंता बरकरार है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में बीते दिनों रह रहकर हुई बरसात के बाद से कई नदियों में दोबारा बढ़ाव दर्ज किया जा रहा था जो अब थमने की ओर है। हालांकि बलिया जिले में सरयू और गंगा नदियों की कटान से तटवर्ती इलाकों में चिंता बरकरार है। जबकि आजमगढ़ और मऊ जिले में भी सरयू नदी के कटान से लोगों में चिंता बढ़ गई है। वहीं केंद्रीय जल आयोग की ओर से आगे नदियों का जलस्तर कम होने की उम्मीद जताई गई है। जबकि तटवर्ती निचले इलाकों में पानी भरने की वजह से खेतों में फसलें सड़ चुकी हैं और ठहरा हुआ पानी मच्छरों के लिए स्वर्ग साबित हो रहा है तो पानी सड़ने से संक्रामक बीमारियां भी सिर उठाने लगी हैं।
बुधवार की सुबह केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बलिया के तुर्तीपार में सरयू नदी का जलस्तर 64.06 मीटर दर्ज किया गया जो खतरा बिंदु से .05 मीटर अधिक था। हालांकि जल आयोग के अनुसार नदी का रुख अब घटाव की ओर से होने से थोड़ी राहत तटवर्ती इलाकों में मिलने लगेगी। दोपहर में जारी केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार पूर्वांचल में गंगा नदी मीरजापुर में बढाव, वाराणसी में स्थिर, गाजीपुर में घटाव और बलिया जिले में जलस्तर स्थिर है। जबकि जौनपुर जिले में गोमती नदी का जलस्तर घटाव की ओर है। वहीं सोनभद्र जिले में सोन नदी, रिहंद बांध और बाण सागर बांध का जलस्तर बढाव की ओर है। हालांकि आगे नदियों का जलस्तर घटाव की ओर होगा।