दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद वाराणसी के तालाब-कुंडों की सफाई के लिए नगर निगम ने उतारी कर्मचारियों की टीम
वाराणसी नगर निगम ने दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद तालाब-कुंडों से अवशेष हटाने के लिए नगर निगम ने 260 लोगों की 10 टीम बनाई है। हर टीम में 26 लोगों की तैनाती की गई है। इनमें 20 नगर निगम के सफाईकर्मी जबकि छह ठेके के मजदूर हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : नगर निगम ने दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद तालाब-कुंडों से अवशेष हटाने के लिए नगर निगम ने 260 लोगों की 10 टीम बनाई है। हर टीम में 26 लोगों की तैनाती की गई है। इनमें 20 नगर निगम के सफाईकर्मी जबकि छह ठेके के मजदूर हैं।
दरअसल, हर साल तालाब-कुंडों में प्रतिमा विसर्जन के बाद गंदगी से मछलियों के मरने का सिलसिला शुरू हो जाता था। धार्मिक भावना भी आहत न हो और तालाब की सफाई भी हो जाए इसलिए इस बार नगर निगम प्रशासन ने हर तालाब व कुंड पर 26 लोगों की तैनाती की है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि प्रतिमा विसर्जन के बाद वहां से अवशेष हटाया जा सके।
इसके लिए आठ-आठ घंटे के लिए 26 लोगों की तैनाती की गई है। छह कर्मी ठेके से रखे गए हैं जो नाव-बांस आदि लेकर हर तालाब-कुंड में रहेंगे। प्रतिमा विसर्जन के बाद उनके अवशेष निकालने का काम ठेके के मजदूर करेंगे। अवशेष को हटाने व उसके निस्तारण की जिम्मेदारी नगर निगम के 20 कर्मी करेंगे। उधर, देर रात ईश्वरगंगी पोखरा, मंदाकिनी कुंड व मच्छोदरी कुंड से प्रतिमा विसर्जन के अवशेष को नगर निगम की टीम ने निकालकर बाहर कर दिया। शुक्रवार को बचे हुए कुछ अवशेष को बाहर निकालने के साथ ही उसका निस्तारण किया जाएगा।
इन तालाब-कुंडों पर प्रतिमा विसर्जन
ईश्वरगंगी पोखरा
मंदाकिनी कुंड
बकरिया कुंड
मच्छोदरी कुंड
पहडिय़ा तालाब
गणेशपुर पोखरा
लक्ष्मीकुंड
शंकुलधारा पोखरा
विश्व सुंदरी पुल के नीचे
बीएचयू परिसर का तालाब
त्योहारी सीजन में बढ़ा कचरा निस्तारण का दबाव
नवरात्र में घरों की साफ-सफाई के बाद निकलने वाले कूड़ा-कचरे के निस्तारण का प्रेशर बढ़ गया है। अब हर दिन शहर के 90 वार्डों से 1000 टन कचरा निकल रहा है। इन कूड़ों के निस्तारण का दबाव नगर निगम पर है। कूड़े का दबाव बढऩे से कूड़ा घर फुल चल रहे हैं। इससे कई कूड़ा घरों के सामने सड़क पर कचरा पसरा रह रहा है। सामान्य दिनों में घरों-बाजारों से 650 टन तक कचरा निकलता है। उसे निस्तारित करने में ही नगर निगम की सांस फूल रही थी। कारण यह कि बाढ़ के कारण करसड़ा प्लांट बंद था।
बाढ़ का पानी उतरने के बाद प्लांट शुरू हुआ तो सड़क खराब होने से गाड़ियां ठीक से नहीं पहुंच पा रही हैं। गाड़ियां जा भी रही हैं तो उनके टायर आदि खराब हो जा रहे हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह बताते हैं कि कूड़े के साथ ही मलबा भी काफी बढ़ा है। कचरे का निस्तारण करने के लिए गाडिय़ों के फेरे बढ़ाए गए हैं। दीपावली से लेकर देव दीपावली तक कचरे का जबरदस्त दबाव रहेगा। बताया कि इन दिनों करीब 1000 टन कचरा रोज निकल रहा है।