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रेलवे से 50 हजार तक का माल मंगाने पर आधार अनिवार्य, चार शिफ्ट में अफसर तैनात

जीएसटी काउंसिल ने रेलवे से 50 हजार से अधिक के माल मंगाने के लिए ई-वे बिल तो पहले से ही लागू कर रखा है। अब 50 हजार तक का माल मंगाने के लिए आधार अनिवार्य कर दिया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 12:02 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 12:02 PM (IST)
रेलवे से 50 हजार तक का माल मंगाने पर आधार अनिवार्य, चार शिफ्ट में अफसर तैनात
रेलवे से 50 हजार तक का माल मंगाने पर आधार अनिवार्य, चार शिफ्ट में अफसर तैनात

वाराणसी [सौरभ चक्रवर्ती] : कर चोरों पर लगाम कसने के लिए जीएसटी काउंसिल ने कुछ सख्त नियम बनाए हैं। जीएसटी काउंसिल ने रेलवे से 50 हजार से अधिक के माल मंगाने के लिए ई-वे बिल तो पहले से ही लागू कर रखा है। अब 50 हजार तक का माल मंगाने के लिए आधार या कोई अन्य पहचान पत्र अनिवार्य कर दिया है। बगैर आधार या आइडी के कोई भी 50 हजार तक का भी माल रेलवे से नहीं मंगा सकता है। इसकी निगहबानी के लिए वाणिज्य कर अफसरों ने रेलवे के पार्सल घरों पर अपनी पैनी निगाह गड़ा दी है। कैंट रेलवे स्टेशन के अलावा भी आसपास के अन्य रेलवे स्टेशनों पर सर्तकता तेज की गई। 

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रेलवे से माल मंगाना काफी सुरक्षित माना जाता है क्योंकि इसमें टैक्स चोरी का काफी मौका रहता है। तमाम कवायद के बावजूद विभाग इस पर प्रभावी अंकुश नहीं लगा पा रहा है। इसे लेकर कई बार कर चोरी में लिप्त दलालों और विभागीय अफसरों के बीच मारपीट तक हो चुकी है। अब चूंकि समूचे प्रदेश में 50 हजार से अधिक का माल मंगाने पर ई-वे बिल अनिवार्य कर दिया है तो इसके साथ ही रेलवे से माल मंगाने पर इस बिल का उपयोग करना लाजिमी है। पचास हजार तक का माल मंगाने के लिए आधार का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया है। यानी माल मंगाने वाले को अपना आधार या कोई आइडी देना जरुरी है। इसके बावजूद कर चोर अपनी मंशा में सफल न हो जाएं। इसको ध्यान में रखते हुए वाणिज्य कर विभाग ने रेलवे के पार्सल घरों पर सर्तकता बढ़ाने के लिए अफसरों की तैनाती चार शिफ्टों में करने के निर्देश दिए। 

अभिलेखों को किया जा रहा एकत्रित 

कमिश्नर के आदेश का पालन करते हुए वाराणसी जोन के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-वन पीयूष मिश्रा के निर्देश पर ज्वाइंट कमिश्नर ओपी तिवारी, ज्वाइंट कमिश्नर एसआइबी ने चार टीम बनाकर कैंट रेलवे के पार्सल घर पर निगरानी के लिए अफसरों की तैनाती कर दी है। प्रत्येक टीम में दो असिस्टेंट कमिश्नर व दो वाणिज्य कर अधिकारी के अलावा अन्य कर्मचारियों की तैनाती की गई है। तैनात अफसर रेलवे पार्सल घर से आने-जाने माल से संबंधित अभिलेखों को एकत्रित करना भी शुरू कर दिया है।

सचल दल सक्रिय

ज्वाइंट कमिश्नर ओपी तिवारी ने बताया कि अन्य रेलवे स्टेशनों से निकलने वाले माल की निगरानी के लिए सचल दल इकाई के अफसरों को निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत सचल दल के अफसरों ने भी अन्य रेलवे स्टेशनों के इर्द-गिर्द अपनी घेराबंदी तेज कर दी है। आने वाले दिनों में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे। 

एक ही आधार पर कई बार माल

रेलवे से एक ही आधार पर कई बार माल मंगाने की जानकारी मिली है। कैंट रेलवे स्टेशन पर ही नहीं अन्य रेलवे स्टेशनों पर तैनात किए गए अफसरों पर इसको गंभीरता से लेने के निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है कि प्रत्येक आधार की गहराई से छानबीन की जाए। यदि एक ही आधार का इस्तेमाल कई बार माल मंगाने के लिए किया जा रहा हो तो उसकी पूरी रिपोर्ट तैयार की जाए ताकि एसआइबी से इसकी जांच कराकर प्रभावी कार्यवाही की जा सके।


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