अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में अनियमित नियुक्तियों के प्रकरण में नोटिस के जवाब पर टिकी कार्रवाई
अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में अनियमित नियुक्तियों के प्रकरण को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग गंभीर नहीं है। चार विद्यालयों को नोटिस देकर कोरम पूरा किया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में अनियमित नियुक्तियों के प्रकरण को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग गंभीर नहीं है। कार्रवाई के नाम पर अब तक सिर्फ चार विद्यालयों को नोटिस देकर कोरम पूरा किया गया है। जबकि शासन इस प्रकरण को लेकर सख्त रूप अपनाए हुए है। गत दिनों बेसिक शिक्षा निदेशक ने दोषी प्रबंधकों के खिलाफ अब तक हुई कार्रवाई का ब्योरा भी बीएसए से जवाब-तलब किया था। इसके बावजूद स्थानीय स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
सत्र 2015-16 में तत्कालीन बीएसए हरिकेश सिंह यादव के कार्यकाल में कई अनुदानित जूनियर हाईस्कूलों में करीब 60 अध्यापकों व कर्मचारियों की नियुक्तियां हुई थीं। इसमें पुष्परंजन बालिका विद्यालय (पांडेयपुर), जगनारायण तिवारी विद्यालय (साधोगंज), चौधरी चरण सिंह कृषक विद्यालय (खजुरी) व ग्राम सेवक मंडल जूनियर हाईस्कूल (नई बस्ती) में नियुक्तियों में अनियमितता को लेकर शिकायत की गई थी। शिकायतों की जांच वर्ष 2017 में बेसिक शिक्षा के संयुक्त निदेशक से कराई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर आठ शिक्षकों की नियुक्तियां निरस्त कर दी गई। वहीं जांच से असंतुष्ट कुछ अभ्यर्थियों ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से कर दी। लोकायुक्त में नए सिरे से जांच चल रहा है। वहीं बेसिक शिक्षा निदेशक डा. सुत्ता सिंह ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बीएसए से अनियमित तरीके से एडेड जूनियर हाईस्कूल में हुई प्रधानाध्यापकों, सहायक अध्यापकों व लिपिकों की नियुक्ति के संबंध में अब तक हुई कार्रवाई का ब्यौरा तलब किया है। यही नहीं उन्होंने प्रबंधकों के खिलाफ अब तक हुई कार्रवाई का भी रिपोर्ट मांग ली है। इसे देखते हुए बीएसए राकेश सिंह ने गत चार अगस्त को प्रबंधकों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा था। संबंधित चारों प्रबंधकों से एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है। वहीं एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद बीएसए ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। बीएसए ने बताया कि नोटिस केे जवाब का अध्ययन किया जा रहा है। इस संबंध में जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा।