विधानसभा चुनाव 2021: निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में एक बूथ पर सिर्फ होंगे 1200 मतदाता
निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में अब एक बूथ पर अधिकतम 1200 ही वोटर होंगे। इससे अधिक की अनुमति नहीं होगी। इससे पूर्व अधिकतम 1500 वोटर एक बूथ पर रखे जा सकते थे। बताया जा रहा है कि कोविड-19 गाइडलाइन तहत ऐसा निर्णय लिया गया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में अब एक बूथ पर अधिकतम 1200 ही वोटर होंगे। इससे अधिक की अनुमति नहीं होगी। इससे पूर्व अधिकतम 1500 वोटर एक बूथ पर रखे जा सकते थे। बताया जा रहा है कि कोविड-19 गाइडलाइन तहत ऐसा निर्णय लिया गया है।
आयोग की तरफ से बूथों के संभाजन को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है। निर्वाचन अधिकारियों की अगुवाई में 17 अगस्त तक बूथों का सत्यापन होगा। सत्यापन के बाद 21 अगस्त को राजनीतिक दलों की बैठक होगी। इसमें निर्वाचन कार्यालय की ओर से बूथवार सत्यापन रिपोर्ट की स्थिति रखी जाएगी। प्रत्येक राजनीतिक दलों से सुझाव मांगा जाएगा। मतदेय स्थलों के प्रस्ताव तैयार करने के बाद आपत्ति एवं सुझाव के लिए 23 अगस्त को आलेख्य प्रकाशन होगा। सुझाव व आपत्तियों के निस्तारण के बाद राजनीति दलों के साथ एक बार फिर सात सितंबर को बैठककर फाइनल बूथों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। राजनीति दलों के प्रस्ताव को अगर सूची में शामिल किया गया होगा तो इसकी जानकारी दी जाएगी। अगर नहीं शामिल किया गया होगा तो कारण भी बताए जाएंगे। इसके बाद 25 सितंबर को फाइनल बूथों की सूची अनुमोदन के लिए आयोग को भेजी जाएगी।
विधानसभा चुनाव फरवरी में संभावित : आयोग की ओर से मतदाता सूची के पुनरीक्षण व बूथों के संभाजन कार्यक्रम को देखते हुए जिला निर्वाचन कार्यालय से जुड़े लोगों का कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव इस बार फरवरी- मार्च में होने की उम्मीद है। इससे पूर्व संभव नहीं होगा क्योंकि मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन की तिथि ही पांच जनवरी, 2022 निर्धारित है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि चुनाव फरवरी मार्च में ही हो पाएगा।