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बाबा के गौना महोत्सव में अबीर-गुलाल से सराबोर होंगे पुलिसकर्मी, सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में पांच मार्च को जब बाबा का गौना महोत्सव मनाया जाएगा तो काशीवासियों के साथ ही सुरक्षा में लगा पुलिस का हर जवान भी अबीर-गुलाल से सराबोर नजर आएगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 06:50 PM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 06:50 PM (IST)
बाबा के गौना महोत्सव में अबीर-गुलाल से सराबोर होंगे पुलिसकर्मी, सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता
बाबा के गौना महोत्सव में अबीर-गुलाल से सराबोर होंगे पुलिसकर्मी, सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता

वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में पांच मार्च को जब बाबा का गौना महोत्सव मनाया जाएगा तो काशीवासियों के साथ ही सुरक्षा में लगा पुलिस का हर जवान भी अबीर-गुलाल से सराबोर नजर आएगा। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने इस संबंध में पुलिस प्रशासन को एडवाइजरी जारी की है। दरअसल, पूर्व में रंगभरी एकादशी पर श्रद्धालुओं द्वारा उड़ाए जाने वाले अबीर गुलाल से ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी इधर-उधर भागते नजर आते रहे हैं। प्रशासन का मानना है इससे कानून- व्यवस्था प्रभावित होती है। डीएम ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया है कि वे अबीर-गुलाल से घबराएं नहीं, अपनी ड्यूटी अच्छे से करें ताकि कानून- व्यवस्था प्रभावित नहीं हो।  

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गौरा के साथ बाबा की निकलेगी बरात 

मान्यता है कि भगवान शिव ने फागुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी यानी महाशिवरात्रि पर मां पार्वती से विवाह किया तो फागुन शुक्ल पक्ष की एकादशी (रंगभरी एकादशी) पर गौना लेकर काशी आए। इस खास मौके पर महंत आवास से शाम चार बजे निकलने वाली बरात शोभायात्रा पर काशीवासी अबीर-गुलाल उड़ाएंगे और होली हुड़दंग की अनुमति पाएंगे। इस दौरान श्रद्धालुओं का रेला उमड़ेगा और गर्भगृह में पूजा-झांकी दर्शन के बाद शयन आरती कर प्रतिमाएं महंत आवास पहुंचाई जाती हैैं।

दोपहर मेें होगी सप्तर्षि आरती

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में रंगभरी एकादशी पर पांच मार्च को शाम सात बजे होने वाली सप्तर्षि आरती सात बजे के बजाय तीन बजे होगी। साथ ही रात 9.30 बजे होने वाली शृंगार भोग आरती शाम पांच बजे ही हो जाएगी। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह के अनुसार पर्व विशेष पर भगवान शिïव व माता पार्वती की चल प्रतिमाओं का भव्य शृंगार किया जाएगा। मंदिर दर्शन-पूजन के लिए रात 11 बजे तक खुला रहेगा।  


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