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बलिया में गणतंत्र दिवस के लिए विद्यालय में दौड़ का अभ्यास कर रही कक्षा आठ की छात्रा की मौत

रेवती क्षेत्र के नव जीवन विद्यापीठ में मंगलवार की दोपहर गणतंत्र दिवस के लिए दौड़ का अभ्यास कर रही कक्षा आठ की छात्रा पिंकी यादव (12 वर्ष) पुत्री शिव परसन यादव की मौत हो गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 07:00 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 10:11 PM (IST)
बलिया में गणतंत्र दिवस के लिए विद्यालय में दौड़ का अभ्यास कर रही कक्षा आठ की छात्रा की मौत
बलिया में गणतंत्र दिवस के लिए विद्यालय में दौड़ का अभ्यास कर रही कक्षा आठ की छात्रा की मौत

बलिया, जेएनएन। रेवती क्षेत्र के नव जीवन विद्यापीठ में मंगलवार की दोपहर गणतंत्र दिवस के लिए दौड़ का अभ्यास कर रही कक्षा आठ की छात्रा पिंकी यादव (12 वर्ष) पुत्री शिव परसन यादव की मौत हो गई। वह धनेश्वर दास के मठिया, कुसहर की रहने वाली थी। इस घटना से विद्यालय में हड़कंप मच गया। जिसने भी घटना के बारे में सुना वह अवाक रह गया। इस हादसे से मृत छात्रा के परिवार में कोहराम की स्थिति रही।

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नव जीवन विद्यापीठ में गणतंत्र दिवस के लिए तैयार चल रही थी। खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए छात्र व छात्राएं तैयारी में लग हुई थी। दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कक्षा आठ की छात्रा पिंकी भी अभ्यास कर रही थीं। इसी बीच दौड़ते समय ही वह अचानक बेहोश होकर गिर गई। यह देख विद्यालय परिवार के सदस्य तत्काल उसके पास पहुंच गए। उसे उठाकर बेहोशी की हालत में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेवती ले गए। चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों को इसकी जानकारी विद्यालय के प्रबंधक संजय उपाध्याय ने दी। इस घटना की खबर लगते ही मृतका के परिजनों में कोहराम मच गया। छात्रा चार भाइयों के बीच इकलौती बहन थीं। पिता व उसके तीन भाई बाहर नौकरी करते हैं। घर पर मां सुशीला देवी व एक भाई पिन्टू यादव ही साथ रहते है।

अरे इ का हो गइल ए माई

छात्र पिंकी की मौत की खबर मिलते ही उसकी मां सुशीला देवी व भाई पिन्टू यादव जैसे तैसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचे। सुशील देवी पिंकी के शरीर से लिपट कर जोर जोर से रोने लगी। इससे वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गई। सहसा उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि पिंकी अब जीवित नहीं हैं। इ का हो गइल  माई। अब हमरा के माई के कहीं कहीं कर बार बार विलाप कर रही थी। भाई भी हादसा से अवाक हो दूसरी तरफ विलाप करने लगा। परिजन व अन्य लोग दोनों को सांत्वना देते रहें।


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