सोनभद्र के नवाटोला में छत्तीसगढ़ से आए हाथियों के झुंड ने गिराई दीवार, बालिका सहित दो घायल
छत्तीसगढ़ सीमा से सटे सोनभद्र के बभनी ब्लाक के विभिन्न इलाके चार दिन पहले आया हाथियों का झुंड शनिवार की रात में नवाटोला पहुंच गया।
सोनभद्र, जेएनएन। छत्तीसगढ़ सीमा से सटे बभनी ब्लाक के विभिन्न इलाके चार दिन पहले आया हाथियों का झुंड शनिवार की रात में नवाटोला पहुंच गया। यहां जंगल से सटे एक किसान के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया। एक तरफ की दीवार में धक्का देने से दीवार गिर गई और सो रही बालिका व एक महिला घायल हो गईं। दोनों को परिवार के लोग बभनी सीएचसी ले गए। वहां हालत गंभीर होने पर दोनों को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। उधर, हाथियों की मौजूदगी पास के जंगल में होने के कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वन विभाग की टीम उन्हें खदेडऩे में लगी हुई है।
ग्रामीणों की मानें तो चार दिन पहले छत्तीसगढ़ के सनावल थाना क्षेत्र में 12 हाथियों का झुंड आया था। देखते ही हाथी शीशटोला तक आ गए। जब इसकी जानकारी वन विभाग को हुई रेंजर टीम के साथ पहुंचे और हाथियों को खदेड़ दिया। जिले की सीमा से करीब 10 किमी आगे करके वन विभाग की टीम भी निङ्क्षश्चत हो गई कि अब हाथी नहीं आएंगे, लेकिन शनिवार की रात में आए हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया। नवाटोला में रामवृक्ष के घर की दीवार गिरा दी। इससे सो रही 55 वर्षीय जगपतिया पत्नी रामवृक्ष और गुडिया पुत्री रामलल्लू गम्भीर से घायल हो गईं। सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर घायलों को ग्रामीणों की मदद से बभनी अस्पताल मे भर्ती कराया। दोनों घायलों के पैरों में गम्भीर चोट लगी है। बभनी मे उपचार के पश्चात दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। ग्रामीणों के मुताबिक रविवार की शाम तक हाथी छत्तीसगढ़ के जंगल में देखे गए। गत वर्ष नवंबर-दिसंबर के महीने में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया था। उस समय एक व्यक्ति की जान तक ले ली थी।
कहां से आए हाथी
ग्रामीणों की मानें तो मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हाथी हैं। इलाका दोनों राज्यों से सटा है। इस लिए हर वर्ष यहां हाथियों का झुंड आता है। गत दिनों छत्तीसगढ़ के रघुनाथनगर इलाके से बभनी के शीशटोला, भलपहरी गांवों में आए थे। इन्हें रघुनाथनगर इलाके में भेजा गया था, लेकिन पुन: आ गए। वन विभाग ढोल बजाकर, मशाल जलाकर भगाने में लगा हुआ है।