वाराणसी में भूटानी मंदिर और गेस्ट हाउस की होगी स्थापना, पीएम ने भूटान की जनता से किया वादा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के चौथे राजा की जयंती पर वाराणसी में भूटानी मंदिर और गेस्ट हाउस की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने भारत-भूटान संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। यह मंदिर सारनाथ के पास बनेगा और पर्यटकों के लिए हवाई अड्डे से जुड़ना आसान होगा। यह पहल दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देगी और साझा इतिहास को दर्शाएगी।

भूटान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। - फोटो पीआइबी
जागरण संवाददाता, वाराणसी। भूटान के चौथे राजा की 70वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में भूटानी मंदिर और गेस्ट हाउस की स्थापना की जानकारी दी। उन्होंने भारत और भूटान के संबंधों को और समृद्ध करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और भूटान के बीच का आत्मिक संबंध हमारी द्विपक्षीय संबंधों की एक बड़ी शक्ति है।
दो महीने पहले भारत के राजगीर में Royal Bhutanese Temple का उद्घाटन किया गया था, और अब इस प्रयास का विस्तार भारत के अन्य हिस्सों में भी किया जा रहा है। भूटान के लोगों की इच्छा थी कि वाराणसी में भूटानी मंदिर और गेस्ट हाउस का निर्माण हो। इसके लिए भारत सरकार आवश्यक भूमि उपलब्ध करा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन मंदिरों के माध्यम से हम अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत कर रहे हैं। यह पहल न केवल भूटान के लोगों के लिए, बल्कि भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमारे साझा इतिहास और संस्कृति को दर्शाता है।
भूटान और भारत के बीच के संबंधों को और गहरा करने के लिए यह कदम एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों के बीच सहयोग और संवाद को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में और अधिक सकारात्मक परिणाम प्राप्त किए जा सकें।
वाराणसी में भूटानी मंदिर और गेस्ट हाउस की स्थापना न केवल भूटान के लोगों की आकांक्षा को पूरा करेगी, बल्कि भारत और भूटान के बीच के संबंधों को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। जबकि काशी में भूटान का यह पहला भव्य मंदिर सारनाथ से अतिरिक्त बाबतपुर एयरपोर्ट के पास होगा। वहां से पर्यटकों के लिए विमान सेवा से जुड़ाव भी सहज हो जाएगा।

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