Shramik Special Train से एक सप्ताह के अंदर आएंगे 84 हजार प्रवासी, कैंट स्टेशन पर बढ़ेगा दबाव
महानगरों में फंसे पूर्वांचल के कामगारों की घर वापसी का सिलसिला तेज हो गया है। इसके तहत आगामी एक सप्ताह के अंदर 84 हजार श्रमिकों का लोड वाराणसी जंक्शन पर बढ़ेगा।
वाराणसी, [अनूप अग्रहरि]। महानगरों में फंसे पूर्वांचल के कामगारों की घर वापसी का सिलसिला तेज हो गया है। इसके तहत आगामी एक सप्ताह के अंदर 84 हजार श्रमिकों का लोड वाराणसी जंक्शन पर बढ़ेगा। पंजाब के लुधियाना, जालंधर, गुजरात, दक्षिण भारत व महाराष्ट्र प्रांत के विभिन्न जिलों से रोजाना दस ट्रेनें यहां आएंगी। यहीं से श्रमिक व उनके परिवारीजनों को घर भेजने का प्रबंध किया जाएगा। इसके मद्देनजर स्थानीय प्रशासन ने तैयारियों की रूप रेखा तय कर ली है।
परिचालन विभाग को गाडिय़ों की समयबद्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। चिकित्सकीय परीक्षण के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के बाबत जिला प्रशासन से सहयोग मांगा गया है। वहीं, सुरक्षा की दृष्टि से जीआरपी ने प्रयागराज मुख्यालय को पत्र लिखकर फोर्स की मांग की है। महानगरों में फंसे लोगों की सुविधा के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्याओ में इजाफा हो रहा है।
गत एक मई से प्रारंभ श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के संचालन के क्रम में अब तक 190 स्पेशल ट्रेन वाराणसी जंक्शन पर टर्मिनेट हो चुकी हैं। यहां डेढ़ लाख से ज्यादा श्रमिको का चिकित्सकीय परीक्षण कर घर भेजा जा चुका है। स्टेशन निदेशक आनन्द मोहन सिंह ने बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के आगमन और श्रमिकों को घर भेजने की व्यवस्था बेहतर तरीके से चल रही है। अगले एक सप्ताह तक प्रतिदिन 10 ट्रेने यहां टर्मिनेट होंगी।
श्रमिकों के वेष में उन्मादियों ने काटा बवाल
श्रमिकों की भीड़ में शामिल उन्मादियों ने वाराणसी जंक्शन पर एक बार फिर बवाल काटा। बीती रात प्लेटफार्म नंबर पांच पर खाद्य सामग्री वितरण कार्य के दौरान रेलकॢमयों से धक्का मुक्की करते हुए केला ही लूट लिया। आरपीएफ व जीआरपी के जवानों ने लाठी पटक कर किसी प्रकार भीड़ को तितर बितर किया।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत से चलकर हाजीपुर जाने वाली गाड़ी संख्या-09027 स्पेशल रात्रि 10 बजे प्लेटफार्म नंबर पांच पर प्लेस हुई। इस बीच नियमित रूप से जुटे रेलवे खान- पान विभाग के कर्मचारी प्रत्येक कोच में केला और पानी बांट रहे थे। देखते ही देखते कुछ शरारती तत्व ठेले पर रखे केले पर टूट पड़े। उन्होंने कर्मचारियों के साथ धक्का मुक्की भी की। यह देख जीआरपी और आरपीएफ के कर्मचारियों ने थोड़ी सख्ती दिखाई। सभी श्रमिकों को बोगियों के अंदर भेज दिया। लगातार ऐसी घटना से सीख लेते हुए अगले दिन मंगलवार को लाइन लगवा कर श्रमिकों में खाद्य सामग्री का वितरण कराया गया।
मदद को बढ़ाया हाथ
वहीं, चेकिंग स्टॉफ धर्मेंद्र मिश्रा व ओंकार सिंह के नेतृत्व में वाराणसी जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों में खाने के पैकेट बांटे गए। दूसरी तरफ एक सामाजिक संस्था की ओर से मंडुआडीह स्टेशन पर उतरने वाले श्रमिको में बिस्किट, ब्रेड व पानी का वितरण किया गया। इस मौके पर पैटसी डेविड, आशीष, रोहित, नाइजिल, एंजेल, रोहित, बॉबी व अनिल शामिल थे।
गर्मी और तपिश के बीच ट्रेनों की लेटलतीफी से श्रमिकों को दोहरीमार
वाराणसी जंक्शन पर आ रही ट्रेनों में श्रमिकों पर दोहरी मार पड़ रही है। एक तो खाना-पानी नहीं मिल रहा है तो ट्रेनों की लत-लतीफी से स्टेशन पर राहत सामग्री का टोटा हो जाता है। राह भी कांटों भरी कटती नहीं थी। घंटों की दूरी कई दिनों तक् नहीं कट रही है।
वाराणसी जंक्शन पर लेट से आई ट्रेनों की सूची:
- गाड़ी संख्या- 09127 सूरत- जौनपुर स्पेशल 11 घंटे लेट
- गाड़ी संख्या- 01759 उरुली- मोतिहारी स्पेशल सुबह 8 बजे
- गाड़ी संख्या- 09131 महाराष्ट्र- गाजीपुर सिटी 7.10 बजे आई
- गाड़ी संख्या- 09129 सूरत- जौनपुर 11.30 घंटे लेट
- गाड़ी संख्या- 04014 निजामुद्दीन- बलिया स्पेशल 2 घंटे लेट
- गाड़ी संख्या- 01879 महाराष्ट्र- गोपालगंज सुबह 8 बजे आई
- गाड़ी संख्या- 09147 सूरत- जौनपुर 11 घंटे लेट
- गाड़ी संख्या- 01896 एलटीटी- दरभंगा स्पेशल 2 घंटे लेट
- गाड़ी संख्या- 01756 एलटीटी- कटिहार 8 घंटे लेट
- गाड़ी संख्या- 01897 एलटीटी- दरभंगा 8 घंटे लेट
- गाड़ी संख्या- 04016 निजामुद्दीन- वाराणसी 2 घंटे लेट
- गाड़ी संख्या- 01747 एलटीटी- वाराणसी 10 घंटे लेट
- गाड़ी संख्या- 09137 सूरत- जौनपुर स्पेशल 12.30 घंटे लेट