सोनभद्र में महामारी अधिनियम में 82 सपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज, सभी को गुरमा जिला कारागार भेजा
सोनभद्र में सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने 82 लोगों को गिरफ्तार किया था। महामारी अधिनियम के तहत भी प्राथमिकी दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है।
सोनभद्र, जेएनएन। बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, हत्या व लूट के विरोध में एक दिन पूर्व सोमवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जाते समय लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने 82 लोगों को गिरफ्तार किया था। सभी सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ राबट्सगंज कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। महामारी अधिनियम के तहत भी प्राथमिकी दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है।
सपा कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज के बाद जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था तब सभी यहीं समझ रहे थे कि यह राजनीतिक प्रदर्शन है और गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही उन्हें छोड़ दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सोमवार की रात प्राथमिकी दर्ज कर सभी का चालान कर दिया गया। इसके बाद सभी को न्यायिक हिरासत में गुरमा जिला कारागार भेज दिया गया। इधर, प्रदेश भर में सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस के उत्पीडऩ की कार्रवाई से तमाम लोगों में आक्रोश देखा गया। जिला सचिव प्रमोद यादव के नेतृत्व में तमाम सपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को राबट्सगंज के बढ़ौली चौराहा पर प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिला सचिव ने कहा कि प्रदेश में जब से भाजपा सरकार बनी है, महिलाओं का शोषण हो रहा है। दुष्कर्म करने के बाद उनकी हत्या कर दी जा रही है। इस सरकार में नाबालिग भी सुरक्षित नहीं हैं। महंगाई व बेरोजगारी चरम पर है। पूर्व नगर सचिव मनीष तिवारी ने कहा कि भाजपा सरकार पुलिस बल पर जनता की आवाज को दबाने का काम कर रही है। इस मौके पर सुरेश अग्रहरि, मुन्ना कुशवाहा, राकेश भारती, हीरा सोनकर, विष्णु भारती, हकीम खान, हिफाजत अली, दीपक विश्वकर्मा व अनिल विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे।
कारागार में बंद सपा कार्यकर्ताओं को लेने पहुंचे पूर्व विधायक
सपा के सदर पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा व घोरावल पूर्व विधायक रमेश चंद्र दुबे मंगलवार की शाम पांच बजे गुरमा कारागार पहुंचे। उनके साथ 25 से अधिक वाहन थे। मीडिया प्रभारी महफूज खान का कहना था कि कारागार में निरूद्ध सपा कार्यकर्ताओं के रिहाई होने वाली है। किन शर्तों पर रिहाई हुई यह तो उन्होंने नहीं बताया लेकिन इतना जरूर कहा है कि 82 कार्यकर्ताओं को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए वाहनों को लाया गया है।