IIT BHU 17 startups को दो चरणों में दिया गया 60 घंटे का प्रशिक्षण, विशेषज्ञों ने दी जानकारी
आइआइटी बीएचयू स्थित रफ्तार एग्रीबिजनेस इनक्यूबेटर ने दूसरे कोहर्ट का एग्री-प्रेन्योरशिप ओरिएंटेशन प्रोग्राम पूरा कर लिया है।
वाराणसी, जेएनएन। आइआइटी, बीएचयू स्थित रफ्तार एग्रीबिजनेस इनक्यूबेटर ने दूसरे कोहर्ट का एग्री-प्रेन्योरशिप ओरिएंटेशन प्रोग्राम पूरा कर लिया है। इसमें 17 चयनित स्टार्टअप्स को दो चरणों में 60 घंटे का प्रशिक्षण दिया गया। पहला चरण 16 से 21 दिसंबर 2019 तक व दूसरा चरण 20 से 25 जनवरी 2020 तक चला। ओरिएंटेशन के पहले चरण में बीएचयू व आइआइटी के कई विशेषज्ञों व प्रोफेसरों ने जानकारी दी थी। वहीं दूसरे चरण में कृषि विज्ञान संस्थान के डा. अभिषेक दत्त त्रिपाठी ने जैव खाद्य प्रसंस्करण वसंरक्षण के बारे में नव उद्यमियों से बताया। वहीं पुणे के पुलकित श्रीवास्तव ने बाजार की रणनीति, मयूर गुजराती ने कंपनी तैयार करने व उसके मूल्यांकन के बारे में जानकारी दी। अंतिम दिन सभी प्रतिभागियों को अदलपुरा स्थित आइआइवीआर व चुनार स्थित वैदिक कृषि केंद्र का भ्रमण भी कराया गया। कोहर्ट में भारतीय बायोगैस के अध्यक्ष गौरव केडिया, डा. आशुतोष मोहन, डा. अनिल कुमार, सुरेश शुक्ला, प्रो. शैलेंद्र कुमार गुप्ता, संजय एनीशेट्टी, कौस्तुभ धरगलकर ने स्टार्टअप को सफल रूप से चलाने व सुमित सिंह ने एग्री स्टार्टअप की सफलता की कहानी प्रतिभागियों के साथ साझा की। कोहर्ट की एक प्रगति रिपोर्ट समीक्षा के लिए कृषि मंत्रालय को भी भेजा जायेगा।
सिस्को थिंगक्यूबेटर में 24 घंटे चला हैकथॉन
आइआइटी बीएचयू स्थित मालवीय उद्दमिता संवर्धन केंद्र के सिस्को थिंगक्यूबेटर में 24 घंटे का हैकथॉन 3.0 शनिवार को समाप्त हो गया। हैकथॉन में चयनित छात्रों ने अपने विचारो को एक प्रोटोटाइप का रूप दिया। इस प्रतियोगिता में कुल 11 टीमों में टीम क्रॉसओवर को पहला व टीम टैपलॉकर को दूसरा स्थान मिला। टीम क्रासओवर ने एक ऐसा सस्ता डिवाइस बनाया है, जो मरीज का मेडिकल पैरामीटर लेगा और उसको मशीन लर्निंग तकनीक से एनालिसिस करके मरीज को इलाज के बारे में बताएगा। वहीं टीम टैपलॉकर ने छोटे लॉकर्स के लिए एक चाभी मुक्त डिवाइस भी बनाया है। हैकथॉन का शुभारंभ प्रो. पी के मिश्रा ने किया। वहीं निर्णायक की भूमिका में सोनल शुक्ला रहीं।