वाराणसी में जांच में 58 फीसद Food Product मिले मिलावटी, विभाग ने ऐसे दुकानदारों को दिया नोटिस
शहर में खुलेआम जहर बिक रहा है। जिसे हम अनजाने में रोजाना खा रहे हैं और भनक भी नहीं लग रही है। जी हां शहर में ज्यादातर दुकानों पर बिक रही खाद्य सामग्री मिलावटी है। जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है।
वाराणसी [सौरभ चंद्र पांडेय] । शहर में खुलेआम जहर बिक रहा है। जिसे हम अनजाने में रोजाना खा रहे हैं और भनक भी नहीं लग रही है। जी हां, शहर में ज्यादातर दुकानों पर बिक रही खाद्य सामग्री मिलावटी है। जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। यह उजागर हुआ है खाद्य एवं सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट में। विभाग ने अप्रैल से अक्टूबर के मध्य शहर के कई दुकानों से जांच के लिए सैंपल लिया था। जिसकी रिपोर्ट में 58 फीसद खाद्य सामग्री खाने योग्य नहीं है। इसके प्रयोग से जान भी जा सकती है। विभाग ने ऐसे दुकानदारों को नोटिस दिया है।
त्योहारों पर करें सोच समझकर खरीदारी
त्योहारी सीजन में ग्राहक कुछ भी खरीदने से पहले सोच समझ लें। कहीं ऐसा तो नहीं कि वह जो सामान खरीद रहें वह नकली है। खाद्य सामग्री खरीदने से पहले जरूर दें इन बातों का ध्यान- पैकेट बंद सामान खरीदने से पहले उस पर अंकित वजन और एक्सपायरी तिथि का जरूर ध्यान दें। वहीं प्राकृतिक रंगों से ज्यादा
त्योहार को भुनाने पर जोर
कोरोना काल के बाद त्योहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में घरों में खरीदारी बढ़ गई है। वहीं शहर के कई दुकानदार और खाद्य सामग्री विक्रताओं ने मिलावट का खेल शुरु कर दिया है। त्योहार पर खाद्य सामग्री की ज्यादा मांग होती है। जिसका फायदा मिलावटखोर उठा रहे हैं।
सास से लेकर बेसन और धनिया तक में मिलावट
खाद्य एवं सुरक्षा विभाग द्वारा लिए गए सैंपल में सास, बेसन, धनिया, हल्दी पाउडर,सेंवई, पान मसाला, रंगीन कचरी अन्य कई उत्पाद मिलावटी पाए गए हैं।
69 खाद्य पदार्थ मिले सबस्टैंडर्ड
जांच के दौरान 69 खाद्य पदार्थों के सैंपल सबस्टैंडर्ड ( तय मात्रा से कम वजन) पाए गए हैं। नियम के तहत पैकिंग पर जितनी मात्रा लिखी गई है उतनी होनी आवश्यक है। लेकिन कई दुकानदार कम मात्रा में ग्राहकों को सामान बेंच रहे हैं।
41 उत्पाद मिले मिसब्रांड
जांच में विभाग ने पाया कि बाजार में बिकने वाले पैकेट बंद 41 उत्पादों के नकली उत्पाद बाजार में बिक रहे हैं।
त्योहारी सीजन में मिलावटखोरी के मामले फिर से बढऩे लगे हैं
त्योहारी सीजन में मिलावटखोरी के मामले फिर से बढऩे लगे हैं। इसको ध्यान मेंरखकर जांच अभियान तेज कर दिया गया है। प्रतिदिन एक दर्जन से ज्यादा सैंपल एकत्रित किए जा रहे हैं।
- संजीव कुमार सिंह, सीएफएसओ