54 बिंदुओं की रिपोर्ट से मुकम्मल होगी सोनभद्र के म्योरपुर एयरपोर्ट की व्यवस्था, शीघ्र उड़ान कराने की तैयारी
पॉवर कैपिटल के नाम से मशहूर सोनांचल के वह लोग जो हवाई चप्पल पहनते हैं वे भी हवाई सफर करें इसलिए सरकार ने म्योरपुर एयरपोर्ट का विस्तारीकण कराना शुरू कर दिया है। अब इसके विस्तृत विकास के लिए 54 बिंदुओं की सूची तैयार करके संयुक्त सर्वे किया जाएगा।
सोनभद्र, जेएनएन। पॉवर कैपिटल के नाम से मशहूर सोनांचल के वह लोग जो हवाई चप्पल पहनते हैं वे भी हवाई सफर करें इसलिए सरकार ने म्योरपुर एयरपोर्ट का विस्तारीकण कराना शुरू कर दिया है। अब इसके विस्तृत विकास के लिए 54 बिंदुओं की सूची तैयार करके संयुक्त सर्वे किया जाएगा। उसी के आधार पर मुकम्मल इंतजाम होगा। गत दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसको लेकर जब सख्ती दिखाया तो स्थानीय स्तर पर कार्य में तेजी आ गई है। हवाई पट्टी के आस-पास के उन पेड़ों को चिन्हित कर काटने की तैयारी हो गई जो उड़ान में बाधक बन सकते हैं। अधिक ऊंचाई वाले आस-पास के घरों को भी कम कर दिया गया।
सरकारी भूमि यानी एयरपोर्ट की जमीन पर बसें लोगों को हटाकर दूसरे जगह बसाने के लिए भी प्रधानमंत्री आवास दिलाने की कार्यवाही अंतिम दौर में चल रही है। इस बीच यहां की सभी व्यवस्था मुकम्मल करने के लिए जल्द ही राजस्व विभाग, एयरपोर्ट अथाॅरिटी और कार्यदायी संस्था संयुक्त रूप से दौरा कर रिपोर्ट तैयार करेंगे।
जिला मुख्यालय से करीब 100 किमी दूर म्योरपुर में हवाई पट्टी की आधारशीला रखी गई थी। कुछ ही दिन के बाद जब बनकर तैयार हुआ तो औद्योगिक कंपनियों के लोग यहां से आवाजाही करने लगे। बाद में 1996 में यहां से कुछ दिनों के लिए उड़ान तो शुरू की गई, लेकिन बहुत दिनों तक उड़ान जारी नहीं रह सकी। दो वर्ष पहले केंद्र सरकार ने म्योरपुर हवाई पट्टी का विस्तारीकरण करने का निर्णय लिया तो जिले के लोगों में आस जगी। इसके बाद प्रदेश सरकार ने भी इसमें हाथ लगाया और काम शुरू हो गया। यहां करीब 1000 वृक्ष काटने, 18 ऐसे मकानों को तोडऩे की कार्यवाही शुरू कर दी गई जो उड़ान में बाधक बन सकते हैं। अब इसके विस्तृत विकास के लिए 54 बिंदुओं की सूची तैयार करके संयुक्त सर्वे किया जाएगा। उसी के आधार पर मुकम्मल इंतजाम होगा।
क्या-क्या होना है संयुक्त सर्वे में
म्योरपुर एयरपोर्ट के विस्तार में जिन 54 बिंदुओं पर संयुक्त सर्वे होना है उनमें एयरपोर्ट के अंदर और बाहर दोनों की व्यवस्थाएं शामिल हैं। इससे जुड़े अधिकारी बताते हैं कि एयरपोर्ट से मुख्य मार्ग की दूरी कितनी है, हवाई जहाज के लैंड करते समय जो चीजें जरूरी होती हैं उनकी उपलब्धता क्या है, कहां पर यात्री प्रतिक्षालय होगा, कहां से प्रवेश और किस ओर से निकासी होनी है। पेयजल, शौचालय और पार्किंग की अलग-अलग रिपोर्ट देनी है। टर्मिनल, आस-पास कहां रेस्टूरेंट आदि बनाया जा सकता है, विद्युतीकरण की व्यवस्था कहां से और कैसे होगी इसकी विस्तृत रिपोर्ट देनी है। दुद्धी के एसडीएम प्रकाशचंद्र बताते हैं कि राजस्व विभाग, एयरपोर्ट अथारिटी और कार्यदायी संस्था शीघ्र ही सर्वे रिपोर्ट तैयार करेगी।