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46 परिषदीय विद्यालय हुए स्मार्ट, सीएसआर फंड से बदल रही विद्यालयों का कलेवर

बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित 46 विद्यालयों को मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित किया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 24 Oct 2019 06:52 PM (IST)Updated: Fri, 25 Oct 2019 12:47 PM (IST)
46 परिषदीय विद्यालय हुए स्मार्ट, सीएसआर फंड से बदल रही विद्यालयों का कलेवर
46 परिषदीय विद्यालय हुए स्मार्ट, सीएसआर फंड से बदल रही विद्यालयों का कलेवर

वाराणसी, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों का अब कलेवर बदल रहा है। वहीं माध्यमिक पर कोई ध्यान नहीं है। जनपद में बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित 46 विद्यालयों को मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित किया गया है। इन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के तहत दो-दो कंप्यूटर, प्रिंटर, डेस्क-बेंच, रूम-टू-रीड, सफेद बोर्ड, आरओ, समर्सिबल पंप, टाइल्स, सहित अन्य सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। हालांकि स्मार्ट क्लास की स्थापना सीएसआर फंड से कराई गई है।

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गेल इंडिया ने सीएसआर फंड से 21 विद्यालयों को कंप्यूटर व प्रोजेक्टर, दिया है। वहीं नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी (नालको) ने 20 विद्यालयों को स्मार्ट बनाया है। जबकि अध्यापकों ने स्वयं के संसाधन से पांच विद्यालयों में कंप्यूटर, प्रोजेक्टर से बच्चों को पढ़ा रहे हैं। इसके अलावा 101 में आरओ, 580 विद्यालयों में रूम-टू-रीड  (लाइब्रेरी) स्थापित की गई है। 170 विद्यालयों में शुद्ध पेयजल के लिए समर्सिबल पंप लगवाए गए है। समर्सिबल पंप के लिए पावर फाइनेंस कारपोरेशन ने सीएसआर फंड से 2.18 करोड़ रुपये दिया है। जनपद के करीब 450 विद्यालयों में दरी उठ चुकी है। इन विद्यालयों के बच्चे अब डेस्क-बेंच बैठ कर पढ़ कर रहे हैं। दूसरी ओर कोल इंडिया लिमिटेड ने 200 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनवाने के लिए सीएसआर फंड से पांच करोड़ रुपये देने की स्वीकृति प्रदान की है। 50 विद्यालयों को स्मार्ट बनाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी को भी प्रस्ताव भेजा गया था। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सीएसआर फंड से 27 परिषदीय विद्यालयों में कंप्यूटर व प्रोजेक्टर लगवाने के लिए 20 लाख रुपये की स्वीकृति दी है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने करीब पांच लाख रुपये की प्रथम किस्त जारी भी कर दी है।  स्मार्ट क्लास इसी सत्र बनवाने की तैयारी है।     

इस बारे में बीएसए जय सिंह ने कहा कि जनपद के 50 विद्यालयों को मॉडल बनाने का निर्णय लिया गया है। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत इन स्कूलों के बच्चों को पढऩे के लिए लर्निंग लैब स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा भवन, फर्श, दीवारों को मरम्मत, फूल-पौधों से विद्यालयों को आकर्षक बनाया जाएगा। साथ ही लर्निंग लैब, हैंडवाश, पेयजल, सहित अन्य सुविधाओं से लैस किया जाएगा।

जनपद में शिक्षण इंतजाम

1014 प्राथमिक विद्यालय

354 उच्च प्राथमिक विद्यालय

1368 कुल विद्यालय

पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या

138868 प्राथमिक विद्यालय

45778 उच्च प्राथमिक विद्यालय

184646 कुल पंजीकृत बच्चे


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