BHU Institute of Medical Sciences : खाली रह गईं मेडिकल की 40 सीटें, अब 2022 के नए बैच का होगा इंतजार
पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू में मेडिकल पीजी की 40 सीटें खाली रह गईं हैं। यह स्थिति आंतरिक व वाह्य कोटे के असमंजस के कारण बनी है जिसके कारण अभी तक माडर्न मेडिसिन संकाय की कुल 190 सीटें नहीं भर पाईं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू में मेडिकल पीजी की 40 सीटें खाली रह गईं हैं। यह स्थिति आंतरिक व वाह्य कोटे के असमंजस के कारण बनी है, जिसके कारण अभी तक माडर्न मेडिसिन संकाय की कुल 190 सीटें नहीं भर पाईं। ये सीटें 2021 सत्र की हैं। कोरोना के कारण सत्र में देरी हुई बावजूद इसके 190 में से 150 सीटें ही भर पाईं। हालांकि अन्य संकाय आयुर्वेद व दंत संकाय की लगभग सभी सीटें भर गईं है। वैसे एमसीसी (मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी) ने संस्थान को नए बैच के एमडी छात्रों के आने को लेकर इंतजार करने का भरोसा दिलाया है।
मालूम हो कि पहले करीब 50 प्रतिशत सीटें आंतरिक कोटे से संस्थान खुद भरता था, लेकिन कुछ वर्षों से इसपर रोक लग गई है। यानी सभी सीटें एमसीसी की ओर से ही भरी जानी है। सूत्र बताते हैं कि एमसीसी यह भूल गई और मानकर चल रही थी कि आंतरिक सीटें आइएमएस-बीएचयू खुद भर लेगा। इधर, संस्थान यह मानकर चल रहा था कि एमसीसी ही सीटें भरेगी। इसी बीच संस्थान के आंतरिक छात्र देश के अन्य मेडिकल कालेजों में दाखिला ले लिए। यानी अब चाहकर भी आंतरिक कोटे से सीटें नहीं भरी जा सकती है। एक गनिमत है कि खाली सीटें नान क्लीनिकल है। वरना उपचार भी प्रभावित होता। संस्थान के निदेशक प्रो. एसके ङ्क्षसह ने बताया कि इस संबंध में एमसीसी से बात हो चुकी है। अब अगला यानी 2022 का बैच जल्द ही आने वाला है। उन्होंने बताया कि अब तो कोर्ट ने भी रोक लगा दी है। संस्थान की सीटें प्रथम, द्वितीय, तृतीय के साथ ही मापअप व स्ट्रे राउंड में भरी गईं हैं। स्ट्रे राउंड के तहत 21 मई को आखिरी चयन किया गया।
संकाय कुल सीटें भरी खाली
माडर्न 190 150 40
डेंटल 24 24 --
आयुर्वेद 50 50 --
नर्सिंग 75 60 15