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बलिया में पांच किलोमीटर दूर मिले आंधी में बहा 40 पीपा, बांधा गया नदी किनारे

सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के खरीद-दरौली घाट पर सरयू नदी पर बने पीपा पुल का 50 पीपा मंगलवार को आंधी में टूटकर बह गए थे। गुरुवार को 40 पीपे को पांच किमी दूर पकड़ लिया और नदी किनारे बांध दिया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 04:20 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 04:20 PM (IST)
बलिया में पांच किलोमीटर दूर मिले आंधी में बहा 40 पीपा, बांधा गया नदी किनारे
बलिया के बहादुरा गांव के पास पीडब्लूडी द्वारा बंधा गया पीपा

बलिया, जेएनएन। सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के खरीद-दरौली घाट पर सरयू नदी पर बने पीपा पुल का 50 पीपा मंगलवार को आंधी में टूटकर बह गए थे। वह पीपा पांच किमी दूर नदी की धारा में बहते जा रहे थे लेकिन गुरुवार को 40 पीपे को पांच किमी दूर पकड़ लिया और नदी किनारे बांध दिया है। अब पानी की स्थिति देखने के बाद ही पीपा पुल मौके पर लगेगा या इस पुल को पूरी तरह खोल दिया जाएगा।

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पीपा पुल की अवधि हर साल 15 जून तक की होती है। यदि नदी की स्थिति सामान्य रहती है तो उसे कुछ आगे तक भी यथावत रहने दिया जाता है लेकिन इस बार समय से पूर्व ही पीपा आंधी-तूफान में बह गया जिससे यूपी-बिहार दोनों तरफ के लोगों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। अब लोगों को लंबी दूरी तय कर एक-दूसरे इलाके में आवागमन करेना पड़ेगा।

विभाग की कमी से बहा पीपा पुल

स्थानीय लोगों ने बताया कि पीपा पुल को बनाते वक्त लोक निर्माण विभाग के अभियंता इस पर कोई खास ध्यान नहीं देते हैं। जैसे-तैसे पीपा को जोड़कर पुल तैयार कर दिया जाता है। इस बार भी उसी अंदाज में पीपा पुल तैयार किया गया था। यही कारण है है यह पीपा पुल आंधी में बह गया।

अचानक आयी आंधी की वजह से करीब 40 पीपा अलग हुए

अचानक आयी आंधी की वजह से करीब 40 पीपा अलग हुए हैं। उन्हें नदी की धारा से पकड़ कर एक स्थान पर बांधा गया है। स्थिति सामान्य होने पर उसे मौके पर लाया जाएगा।

- क्षितिज जायसवाल, सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग

यूपी सीमा में गंगा व सरयू नदी तट पर 3400 मीटर में बनना हैं बांध

जननायक जयप्रकाश नारायण के गांव सिताबदियारा में यूपी-बिहार सीमा की लगभग 60 की आबादी को बाढ़ व कटान से बचाव के लिए रिंग बांध का निर्माण कार्य यूपी की ओर से पूर्ण नहीं होने से इस बार भी जेपी का गांव बाढ़ के हवाले होगा। 125 करोड़ की इस संयुक्त परियोजना की नींव वर्ष 2018 में रखी गई। बिहार व यूपी के साझे वाली इस परियोजना को बिहार ने वर्ष 2019 में ही चार किमी में निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया। इस पर कुल 85 करोड़ रुपये खर्च हुए वहीं यूपी सीमा में 40 करोड़ से 3400 मीटर में गंगा और सरयू दोनों के किनारे बनने वाला रिंग बांध तीन साल से निर्माणाधीन है। अब मानसून शुरू होने के कगार पर है लेकिन इस रिंग बांध के कार्य को पूर्ण करने के प्रति विभाग गंभीर नहीं है। इससे स्पष्ट है कि इस साल भी जेपी के गांव सिताबदियारा के लोगों को यूपी के कारण ही बाढ़ की त्रासदी झेलनी होगी।


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