Move to Jagran APP

वाराणसी में 311 हास्पिटलों के कागजात पूरे नहीं मिले, निरीक्षण में पकड़े जाने पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई

वाराणसी में झोलाछाप के साथ 311 हास्पिटल के कागजात मानक के अनुसार नहीं हैं। आए दिन कहीं न कहीं मौत के मामले भी सामने आ रहे है। ऐसे में सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने इन सभी को नोटिस दिया है।

By shivam singhEdited By: Saurabh ChakravartyPublished: Sun, 25 Sep 2022 08:40 PM (IST)Updated: Sun, 25 Sep 2022 08:40 PM (IST)
वाराणसी में 311 हास्पिटलों के कागजात पूरे नहीं मिले, निरीक्षण में पकड़े जाने पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई
जिले में सिर्फ 297 हास्पिटल ही सही तरह से मानक को पूरा कर रहे है।

वाराणसी, शिवम सिंह : जिले में झोलाछाप के साथ 311 हास्पिटल मौत को दावत दे रहे हैं। आए दिन कहीं न कहीं मौत के मामले भी सामने आ रहे है। ऐसे में सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने इन सभी को नोटिस दिया है। साथ ही आदेशित किया है कि अगर निरीक्षण के दौरान चालू मिलता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

loksabha election banner

वैध और अवैध अस्पताल की सूची को देखकर ही मरीज को लेकर परिजन जाए

झोलाछाप और फर्जी क्लिनिक संचालक शहर से लेकर गांव तक अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए जगह-जगह अस्पताल खोलकर लोगों की जिंदगी के साथ खिलावड़ कर रहे है। सीएमओ ने कहा कि जिले में सिर्फ 297 हास्पिटल ही सही तरह से मानक को पूरा कर व्यवस्थित तरीके से मरीजों को देखने का काम कर रहे है। उन्होंने मरीजों और तीमारदारों से अपील किया कि अपनी जान की कीमत को समझते हुए varansi.nic.in पर जाकर वैध और अवैध अस्पताल की सूची को देखकर ही जाए। इसके बाद किसी तरह की समस्या आती है तो संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

केस-एक

लंका रोड स्थित ओरियाना हास्पिटल के कागजी कार्रवाई दुरुस्त न होने पर रिजेक्ट लिस्ट में डाल दिया है। ऐसे में जब तक कागजी कार्रवाई पूरा नहीं होगा तक पूरी तरह से बंद रहना है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।

केस-दो

दुर्गाकुंड स्थित सुदामा फैक्चर क्लिनिक में न तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) का पालन हो रहा है। साथ ही बिना ट्रेंड कर्मी काम कर रहे है। वहीं सीएमओ कार्यालय में पंजीकृत करण का भी प्रयास नहीं किया गया है, लेकिन धड़ल्ले से संचालन किया जा रहा है।

केस-तीन

भोजूबीर स्थित शुभ्याश हास्पिटल एंड स्पेशिएलटी नर्सिंग होम के नाम पर संचालित किया जा रहा है। जिसमें न तो अग्नि सुरक्षा के मानक का पालन हो रहा है न ही डाक्टर कोई बैठता है।

केस-चार

अदर्ली बाजार स्थित कटरा महावीर राम मंदिर हास्पिटल को सीएमओ ने एक ही डाक्टर के नाम पर संचालित होना पाया है। जिसमें गैर प्रशिक्षित लोग कार्य कर रहे थे। इस पर रजिस्ट्रेशन को रद कर दिया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.