वाराणसी में 27 हजार शौचालय का मलबा गिर रहा वरुणा और गंगा में, कैसे बच सकेंगे जुर्माना से
वरुणापार के 27 हजार शौचालय नाला के माध्यम से वरुणा व गंगा में जा रहा है जबकि नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने सख्त निर्देश दिया कि वायु व जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाएं। गंगा में गिर रहे नालों को हर हाल में बंद कराएं।
वाराणसी, जेएनएन। अब तक वरुणापार के 27 हजार शौचालय नाला के माध्यम से वरुणा व गंगा में जा रहा है जबकि नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने सख्त निर्देश दिया कि वायु व जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाएं। गंगा में गिर रहे नालों को हर हाल में बंद कराएं। उसे डायवर्ट कर एसटीपी से जोड़ें। यदि ऐसा नहीं हुआ और एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने जुर्माना लगाया तो जिम्मेदार अफसर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
ठोस व तरल कचरा प्रबंधन को बेहतर बनाएं ताकि स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर निगम वाराणसी को बेहतर अंक मिले। ऐसे में गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई जुर्माना कैसे रोक सकता है। इन शौचालयों को जोड़ने के लिए 147 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। मृदुला जायसवाल ने कहा कि 89 गांव शहरी सीमा में शामिल होने के बाद अब तक निर्गत हुए बजट को बढ़ाया जाए। साथ ही कार्य को सुचारू रूप से क्रियान्वित कराने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या में भी इजाफा की जाए।
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने नगर निगम की ओर से की जा रही कवायद को बिंदुवार रखते हुए बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण की दिशा में बेहतर कार्य हो रहा है। अच्छे अंक की ओर नगर निगम अग्रसर हो रहा है। स्मार्ट सिटी योजना के कार्य भी गुणवत्ता के साथ तय मियाद में पूरा करने की कोशिश हो रही है।