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15 फीसद से कम लाइन लॉस पर 24 घंटे बिजली, पॉवर कैपिटल सोनभद्र के कई फीडरों में 80 फीसद से अधिक लॉस

पॉवर कैपिटल यानी सोनभद्र जिले में लाइन लॉस 80 फीसद से भी अधिक है। ऐसे में कई फीडर ऐसे हैं जहां न तो ठीक से बिजली मिलती है और न ही विभाग को कायदे से राजस्व ही मिल पाता है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 01:10 AM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 05:25 PM (IST)
15 फीसद से कम लाइन लॉस पर 24 घंटे बिजली, पॉवर कैपिटल सोनभद्र के कई फीडरों में 80 फीसद से अधिक लॉस
15 फीसद से कम लाइन लॉस पर 24 घंटे बिजली, पॉवर कैपिटल सोनभद्र के कई फीडरों में 80 फीसद से अधिक लॉस

सोनभद्र, जेएनएन। पॉवर कैपिटल यानी सोनभद्र जिले में लाइन लॉस 80 फीसद से भी अधिक है। ऐसे में कई फीडर ऐसे हैं जहां न तो ठीक से बिजली मिलती है और न ही विभाग को कायदे से राजस्व ही मिल पाता है। इस समस्या के समाधान के लिए, लोगों को चकाचक बिजली दिलाने के लिए ऊर्जा विभाग ने नई पहल शुरू की है। इसके तहत जिन फीडरों पर लाइन लॉस 15 फीसद से कम होगा वहां 24 घंटे बिजली देने की योजना बनी है। इस दिशा में विद्युत विभाग के अधिकारी काम भी शुरू कर दिए हैं। अत्यधिक लाइन लॉस वाले 60 फीडरों को चिन्हित करके वहां सुधार के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में यहां के करीब 1.75 लाख उपभोक्ताओं के यहां डोर-टू-डोर जाकर कर्मी बिजली का बिल जमा कराएंगे, गांव-गांव की चोरी रोकेंगे।

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विजलेंस टीम के साथ घर-घर होगी छापेमारी

सुधार की दिशा में जिन 60 फीडरों को चिह्नित किया गया है उनमें प्रत्येक उपभोक्ता के यहां छापेमारी की जाएगी। इसमें 30 फीडर ऐसे हैं जहां बिजिलेंस टीम छापेमारी करेगी और 30 फीडर ऐसे हैं जहां विद्युत विभाग के जेई, टीजीटू, लाइनमैन, एसडीओ आदि छापेमारी करेंगे। अगर मीटर नहीं होगा तो वह भी लगाया जाएगा। बिजली चोरी करने वालों पर कार्रवाई भी होगी।

कैसे होती है लाइन लॉस

विद्युत विभाग के अधिकारियों के मुताबिक लाइन लॉस की गणना करने के लिए एक निश्चित फार्मूला होता है। इसमें उपकेंद्र से उस फीडर को जाने वाली कुल बिजली, उपयोग की गई बिजली, उपभोक्ताओं के यहां मीटर में हुई रीङ्क्षडग और जमा हुए बिल की गणना की जाती है। उदाहरण के तौर पर अगर किसी फीडर को 100 यूनिट बिजली गई और मीटर रीङ्क्षडग 80 यूनिट की ही आई तो 20 यूनिट बिजली चोरी हो गई या फिर उसकी गणना नहीं हुई। इसी को कम करना है।

इन फीडरों में सबसे अधिक लाइन लॉस

पॉवर कैपिटल यानी सोनभद्र जिले में विद्युत वितरण खंड के दो खंड चलते हैं। राबट््र्सगंज और पिपरी। दोनों खंडों में कुल 121 फीडर हैं। इसमें मरकरी, नगवां, नगांव, कुशी, अरंगी, खजुरी, बहेरी आदि फीडरों में 85 फीसद तक लाइन लॉस है। यानी यहां बिजली चोरी भी अधिक होती है।

लाइन लास 15 फीसद के नीचे लाने के लिए 60 फीडरों को चिह्नित किया गया

लाइन लास 15 फीसद के नीचे लाने के लिए 60 फीडरों को चिह्नित किया गया है। इन फीडरों में घर-घर जाकर बिजली बिल वसूली, बिजली की समस्याएं दूर की जाएंगी। जहां लाइन लॉस कम होगा उन फीडरों को 24 घंटे बिजली मिलेगी।

- इं. सर्वेश सिंह, अधिशासी अभियंता

आंकड़ा एक नजर में

जिले में कुल गांव : 1391

कुल बिजली के उपभोक्ता : 2.65 लाख

कुल फीडरों की संख्या : 121

लाइन लॉस कम करने के लिए चिह्नित फीडर : 60

चिह्नित फीडरों में कुल उपभोक्ता : 1.75 लाख


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