23 संवासिनियां चलीं अपने ससुराल, 2016 के बाद 2019 में हुई संवासिनियों की धूमधाम से शादी
पाश्चात्यवर्ती देखरेख नारी संगठन संवासिनी गृह जैतपुरा में बुधवार का दिन यादगार रहा। यहां विवाह के मंगलगीत शहनाई की गूंज नई जिंदगी के उत्साह को दर्शा रही थी।
वाराणसी, जेएनएन। पाश्चात्यवर्ती देखरेख नारी संगठन, संवासिनी गृह जैतपुरा में बुधवार का दिन यादगार रहा। यहां विवाह के मंगलगीत, शहनाई की गूंज नई जिंदगी के उत्साह को दर्शा रही थी। इस बीच अग्नि के सात फे रे लेकर 23 संवासिनियां विवाह बंधन में बंधीं। इस विवाह में सरकारी विभाग के अधिकारियों संग समाज का हर तबका साक्षी बना। खूबसूरत पंडाल के बीच पांच वेदियों पर काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारीगणों द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्य पालक अधिकारी विशाल सिंह के निर्देशन में शादी संपन्न कराई गई। जिसमें एसपी सिटी दिनेश सिंह, एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी, दुर्गाकुंड वृद्धाश्रम के अधीक्षक देशशरण सिंह, संवासिनी गृह की अधीक्षक मूर्ति देवी ने कन्यादान किया।
अब नहीं कहे जाएंगे संवासिनी
विवाह हो रही संवासिनियों में एक मोनिका भी थी जिसने 2016 में हुए संवासिनियों के विवाह में झूमकर नृत्य किया था। इस बार वह भी दुल्हन बनीं। मोनिका ने बताया कई वर्षों से यहां पर हूं। अब अपना घर मिल गया। मैं भी समाज का हिस्सा हूं न कि संवासिनी। वहीं प्रियंका ने बताया यह शादी मेरे लिए ईश्वर का उपहार है। इसे पूरी शिद्दत से निभाउंगी।
हाव भाव से जाहिर की खुशी
मूक बधिर मीना व उर्मिला भी दुल्हन बनीं थी। उन्होंने अपने मंागटीका को दिखाती तो कभी चूडिय़ों को खनकाकर खुशी जाहिर की।
मेकअप आर्टिस्टों में लगी रही होड़
संवासिनी गृह में शहर के एक पार्लर व इंस्टीटयूट की 25 ब्यूटी एक्सर्पट्स ने विशेषज्ञ निधि सिंह, रूपा, दीप्ति के निर्देशन में 23 संवासिनियों का ब्राइडल मेकअप किया। हर एक्सपर्ट सबमें होड़ थी कि मेरी दुल्हन ज्यादा सुंदर लगे। सभी दुल्हने सुर्ख लाल जोड़े में बेहद खूबसूरत लग रही थीं।
अधिकारियों ने उठाया हर जिम्मा
संस्थाओं व क्लबों द्वारा विवाह के लिए लजीज व्यंजनों की व्यवस्था की गई थी। संवासिनियों को उपहार में दिए जाने वाले समानों की आकर्षक पैकिंग की गई थी। विवाह की व्यवस्थाओं का जिम्मा संभाला था बाल संरक्षण निरुपमा सिंह ने। एक परिवार की तरह शरीक होकर लोगों ने संवासिनियों का विवाह कराया और रस्मों को निभाने के बाद संवासिनियां की विदाई हुई। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से डा.रचना अग्रवाल, डॉली फाउंडेशन से पूर्णिमा सिंह, रोटरी वृंदा, काशी अनाथालय, रोटरी सेंट्रल, देवा फाउंडेशन, डेटीकेटेड फ्रीज कारिडोर कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, बनारस क्लब सहित कई संस्थाओं व जन सहयोग इस विवाह में रहा।
सरकार की तरफ से भी मिला उपहार
23 संवासिनियों का मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से लिंकअप कराया गया है जिससे 35 हजार रुपये व महिला कल्याण विभाग की तरफ से 15 हजार रुपये उनके खाते में सरकार की तरफ से भेज दिए जाएंगे। एसपी क्राइम ज्ञानेंद्रनाथ प्रसाद की तरफ से भी पायल बिछिया 23 संवासिनियों को दिया गया था।