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बलिया जिले में 20 गोवंश बरामद, एक तस्कर गिरफ्तार, कार्रवाई करने की उठी मांग

पुलिस ने गौरामदनपुरा गांव में दो व्यक्तियों के दरवाजे से शनिवार की रात छापेमारी कर 20 गोवंश बरामद किया। पशु तस्कर रामआशीष को गिरफ्तार कर लिया है वहीं तीन तस्कर अंधेरे का लाभ उठाते भागने में सफल हो गए।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 06:40 AM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 06:40 AM (IST)
बलिया जिले में 20 गोवंश बरामद, एक तस्कर गिरफ्तार, कार्रवाई करने की उठी मांग
पशु तस्कर रामआशीष को गिरफ्तार कर लिया है वहीं तीन तस्कर अंधेरे का लाभ उठाते भागने में सफल हो गए।

बलिया, जेएनएन।  पुलिस ने गौरामदनपुरा गांव में दो व्यक्तियों के दरवाजे से शनिवार की रात छापेमारी कर 20 गोवंश बरामद किया। पशु तस्कर रामआशीष को गिरफ्तार कर लिया है वहीं तीन तस्कर अंधेरे का लाभ उठाते भागने में सफल हो गए। थानाध्यक्ष डीके पाठक टंडवा चट्टी पर पेट्रोल पंप के पास वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। सूचना मिली कि हरख यादव व रामअशीष यादव के दरवाजे पर वध के लिये बिहार के रास्ते गाड़ियों पर लाद कर बंगाल ले जाने के लिए पशु बंधे हुए हैं। इस पर वह इन दोनों के दरवाजे पर पहुंच गए। यह देख तस्कर भागने लगा। पुलिस ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। तीन तस्कर भाग निकलने में सफल हाे गए।

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पुलिस को दोनों के दरवाजे पर बंधे छह गाय व 14 बछड़ों को अपने कब्जे में ले लिया। तस्कर हर्ष यादव, खडक बहादुर यादव निवासी गौरामदनपुरा व बजरंगी यादव निवासी एकइल पर मुकदमा कायम करते हुए पुलिस गिरफ्तारी में जुट गई है। बरामद पशुओं को अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल रघुनाथुर में दाखिल करा दिया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि फरार तस्करों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पूर्व आइपीएस अमिताभ ठाकुर व एक्टिविस्ट डा. नूतन ठाकुर ने नगरा थाना के गौरा मदनपुरा के खडकबहादुर यादव के दरवाजे पर पकड़े गए पशुओं के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। पुलिस अधीक्षक को भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा है कि वह कुछ दिन पहले एसडीएम सिकंदरपुर अभय कुमार सिंह व सीओ अशोक कुमार मिश्रा को गोसाईपुर दियारा में गोवंश की तस्करी करने की शिकायत की थी।

दोनों अधिकारियों ने इलाकाई पुलिस को बिना सूचना दिए, वहां से गाय व बछड़े पकड़े थे। इस पर पुलिस अधीक्षक ने इंस्पेक्टर, दरोगा सहित आधा दर्जन से अधिक जवानों को लाइन हाजिर कर दिया था। इसी प्रतिशोध में उसे फंसाया गया है। कहा है कि उन्हें वास्तविकता ज्ञात नहीं है, किंतु उन्हें गांव के ही मनोज यादव ने बताया कि उनकी मात्र 7 गायें हैं। जिन पर टैग लगा हुआ है। इसके बाद के बछड़े उनके नहीं हैं। ऐसे में मामले की निष्पक्ष एवं गोपनीय जांच होनी चाहिए।


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