Vande Bharat Mission : दुबई से बनारस आए 189 प्रवासी मजदूर, 25 जून को आएगा एक और विमान
खाड़ी देशों में फंसे लोगों के आने का सिलसिला जारी है। 29 मई के बाद गुरुवार को भी खाड़ी देशों में फंसे प्रवासी मजदूरों को वाराणसी एयरपोर्ट पर लाया गया।
वाराणसी, जेएनएन। Vande Bharat Mission खाड़ी देशों में फंसे लोगों के आने का सिलसिला जारी है। 29 मई के बाद गुरुवार को भी खाड़ी देशों में फंसे प्रवासी मजदूरों को वाराणसी एयरपोर्ट पर लाया गया। एयरपोर्ट पहुंचने पर उनकी थर्मल स्कैनिंग के साथ सभी प्रक्रिया पूरी करने के साथ उन्हें उनके घर भेजा गया। उन्हें घर पर क्वारंटाइन रहने की सलाह दी गई। साथ ही संबंधित जिला प्रशासन को इसकी सूचना भेज दी गई।
189 प्रवासी मजदूरों को लेकर फ्लाई दुबई एयरलाइंस का विमान एफजेड 4175 गुरुवार को सुबह 10.30 बजे दुबई एयरपोर्ट से उड़ान भरा जो शाम 3.40 बजे वाराणसी के एलबीएस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा। एयरपोर्ट पर विमान उतरने के बाद 10-10 यात्रियों का समूह बनाकर उन्हें विमान से बाहर निकाला गया और टर्मिनल भवन में प्रवेश से पहले ही उनकी थर्मल स्कैनिंग की गई। साथ ही उनके लगेज को भी सैनिटाइज किया गया। उसके बाद यात्रियों की कस्टम और इमीग्रेशन जांच की गई। सभी जांच पूरी होने के बाद यात्रियों के हाथ पर होम क्वारंटाइन मुहर लगाकर टर्मिनल भवन से बाहर निकलने दिया गया। बता दें कि दुबई से प्रवासी मजदूरों को लेकर यह दूसरा विमान आया है। पहला विमान 29 मई को आया था और तीसरा विमान 25 जून को आएगा।
दुबई से आए और घर में फंसे
दुबई से भले ही प्रवासी मजदूरों को विशेष विमान द्वारा वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचाया गया लेकिन एयरपोर्ट से अपने घर जाने के लिए यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। एयरपोर्ट के मुख्य टर्मिनल भवन से जांच होने के बाद जब यात्री बाहर निकले तो उनको घर जाने के लिए कोई साधन नहीं मिला। विदेश से आने के चलते एयरपोर्ट पर चलने वाली कुछ टैक्सी चालक कोरोना के चलते उनसे दूरी बनाते नजर आए तो कुछ लोगों ने मनमाना किराया मांगा। कई यात्री शाम तक एयरपोर्ट पर वाहन का इंतजार करते नजर आए। ऐसी ही स्थिति २९ मई को रात में भी दुबई से आए यात्रियों के साथ हुई थी। यात्रियों का कहना था कि सरकार द्वारा विमान से उन्हें वाराणसी एयरपोर्ट तो पहुंचा दिया गया लेकिन पैसा न होने के चलते घर कैसे जाएंगे।