नौ बसों से आए तीन राज्यों से 145 प्रवासी, थर्मल स्कैनिंग के बाद राशन किट संग भेजा होम क्वारंटाइन में
कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते विभिन्न प्रान्तों में फंसे वाराणसी जिले के 145 प्रवासी मजदूर रविवार को को नौ बसों से यहां पहुंचे।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते विभिन्न प्रान्तों में फंसे वाराणसी जिले के 145 प्रवासी मजदूर रविवार को को नौ बसों से यहां पहुंचे। सभी को मिर्जामुराद में हाइवे किनारे स्थित काशी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (केआइटी) में सभी मजदूरों का नाम, पता व मोबाइल नंबर दर्ज कर थर्मल स्कैंनिग करने के बाद हाथ पर मार्कर लगा होम क्वारंटाइन हेतु राशन किट देकर घर भेज दिया गया। सभी मजदूर गुजरात, राजस्थान समेत गैर प्रान्तों में फंसे थे। इन्हें तीन रोडवेज और छह प्राइवेट बसों से लाया गया। एसडीएम (राजातालाब) विक्रमादित्य सिंह मलिक व तहसीलदार रविशंकर यादव के नेतृत्व में उन्हें क्वारंटाइन का कार्य किया गया।
अब हरहुआ में थर्मल स्कैनिग
पिंडरा तहसील का थर्मल स्कैनिंग सेंटर को पिंडरा स्थित नेशनल इंटर कालेज से बदल कर काजिसराय, हरहुआ स्थित गोकुल धाम में कर दिया गया है। सोमवार सुबह 6 बजे से अगले 48 घण्टे तक प्रवासी मजदूरों की स्कैनिंग यहीं होगी। उसके 48 घंटे केआइटी मिर्जामुराद में होगी। बताया जाता है कि रविवार को अचानक सुबह कुछ समस्या व जिला मुख्यालय से दूरी को देखते हुए इसे शहर से नजदीक गोकुलधाम लान में स्थानांतरित कर दिया गया। सुबह ही तहसील प्रशासन ने उसे अपने कब्जे में लेकर तैयारियां शुरू कर दी। जिसके तहत पंजीकरण काउंटर, थर्मल स्कैनिंग काउंटर, होम क्वारंटीन मोहर काउंटर व सर्टिफिकेट काउंटर व लंच व राशन किट काउंटर समेत कई काउंटर खोले गए जिससे किसी भी मजदूर को जल्द से जल्द उसका स्कैनिंग करके उसे होम क्वारंटीन के लिए छोड़ दिया जाय। तहसीलदार रामनाथ ने बताया कि सभी व्यवस्था शाम तक पूर्ण कर ली गई।
जांच में सही पाए जाने पर भेजेंगे घर
मजदूरों की जांच के लिए बना हरहुआ सेंटर लगातार 48 घंटे काम करेगा। अगले 48 घंटे जांच मिर्जामुराद में होंगी। इसी तरह यह क्रम चलेगा। इसके लिए राजस्व, चिकित्सा, श्रम, आपूर्ति, शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को लगाया गया है। एसडीएम पिंडरा मणिकंडन ने बताया कि अब कॉलेजों में प्रवासी मजदूरों को क्वारंटीन नही किया जाएगा। उन्हें जांचोपरांत सही पाए जाने पर होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जाएगा। केवल संदिग्ध मजदूरों को क्वारंटाइन करने के लिए सिर्फ एक स्थान चुना गया है।
धरने पर बैठे क्वारंटाइन मजदूर
गजोखर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर पर बाहर से आए मजदूरों और उनके परिवार वालों को 31 मार्च से रखा गया है। कुल 255 लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इनमें ज्यादातर बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश के हैं। रविवार की सुबह सभी हॉस्टल से बाहर निकल आए और गेट के पास लाइन लगाकर धरने पर बैठ गए। कहाकि जब तक उन्हें घर भेजने का फैसला नहीं हो जाता यहां से नहीं हटेंगे और भोजन भी नहीं करेंगे। मौके पर एसडीएम मणिकंडन, और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए। लोगों को दो दिन के अंदर घर भेजने का आश्वासन देकर शांत कराया। इसके बाद सभी खाना खाए।