वाराणसी में प्लाज्मा डोनेट करने को 11 और तैयार हुए, अब तक 23 कोरोना विजेताओं की मिली सहमति
वाराणसी में एक दिन में 11 कोरोना विजेताओं ने इसके लिए सहमति प्रदान की है। इनमें एक दंपति भी शामिल हैं। इस क्रम में अब तक 23 लोग प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आ चुके हैं।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना के साथ अन्य बीमारियों से ग्रसित गंभीर मरीजों को जरूरत पडऩे पर प्लाज्मा थेरेपी देने का रास्ता साफ होता जा रहा है। मंगलवार को एक दिन में 11 कोरोना विजेताओं ने इसके लिए सहमति प्रदान की है। इनमें एक दंपति भी शामिल हैं। इस क्रम में अब तक 23 लोग प्लाज्मा डोनेट करने के लिए तैयार हो चुके हैं, जबकि दो विजेता सोमवार को बीएचयू ब्लड बैंक पहुंच कर सैंपल भी दे चुके हैं। कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके विजेताओं से जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लगातार संपर्क कर रहा है। इस क्रम में प्रभारी चिकित्साधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के ठीक हो चुके लोगों की सहमति के साथ उनका मुकम्मल डाटा जुटाने का निर्देश दिया गया है।
प्लाज्मा डोनेट कराने की जिम्मेदारी एसीएमओ व रेडक्रास सोसाइटी के सचिव को मिली
सोमवार को जहां 12 विजेता सामने आए थे, वहीं मंगलवार को रजत गुप्ता, सचिन पारिख, ईशान तुलस्यान, अमित चौधरी, अमित पाठक, विजय केशरी सहित कुल 11 कोरोना विजेताओं ने सहमति दी। ठीक हो चुके मरीजों का आंकड़ा जुटाने व उनसे प्लाज्मा डोनेट कराने की जिम्मेदारी एसीएमओ व रेडक्रास सोसाइटी के सचिव डा. संजय राय को दी गई है। प्लाज्मा दान करने के इच्छुक लोग डा. राय के मोबाइल नंबर 9415225999 पर भी संपर्क कर सकते हैं। डा. राय ने कोरोना विजेताओं से प्लाज्मा डोनेशन करने के लिए आगे आने की अपील की है।
प्लाज्मा डोनर का सैंपल फेल, पर्याप्त नहीं थी एंटीबॉडी टाइटर
ब्लड बैंक-बीएचयू कन्वालीसेंट प्लाज्मा थेरेपी के लिए पूरी तरह तैयार है। तीन अफेरिसिस मशीन जहां स्वस्थ्य हो चुके लोगों का प्लाज्मा लेने के लिए सक्षम हैं, वहीं केमिल्युमीनीसेंस मशीन के स्थान पर फिलहाल एलायजा किट के माध्यम से एंटीबॉडी व एंटीबॉडी टाइटर का पता लगाया जाएगा। साथ ही प्रोटोकाल के मुताबिक अन्य जांच की जाएगी। पीआरओ डा. राजेश सिंह के मुताबिक सोमवार को एक जूनियर रेजिडेंट व सुंदरपुर निवासी मनीष राय ने प्लाज्मा डोनेशन के लिए सैंपल दिया था। दोनों के ब्लड में एंटीबॉडी टाइटर की मात्रा पर्याप्त नहीं थी, इसलिए उन्हेंं प्लाज्मा डोनेशन के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया। चिकित्सा विज्ञान संस्थान-बीएचयू के निदेशक प्रो. आरके जैन, बीएचयू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एसके माथुर, कोविड की नोडल अधिकारी-बीएचयू प्रो. जया चक्रवर्ती गंभीर मरीजों की स्थित पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। साथ ही सभी ने कोविड से 14 दिन पहले ठीक हो चुके लोगों से प्लाज्मा डोनेशन करने की अपील की है।