विधायक ने किया 101 बेटियों का कन्यादान, सौगात के साथ किया ससुराल विदा
बलिया में मुख्यमंत्री गरीब कन्या सामूहिक विवाह योजना के तहत क्षेत्र के श्री श्री 1008 श्री स्वामी मुनीश्वर जी महाराज के आश्रम में 101 जोड़ों ने अग्नि के सात फेरे लिए।
बलिया, जेएनएन। मुख्यमंत्री गरीब कन्या सामूहिक विवाह योजना के तहत क्षेत्र के श्री श्री 1008 श्री स्वामी मुनीश्वरानंद जी महाराज (खपड़िया बाबा) के श्रीपालपुर स्थित आश्रम प्रागण में सोमवार को कुल 101 जोड़ों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अग्नि को साक्षी मानकर एक दूसरे के हो गए। इन जोड़ों को कई गणमान्य लोगों ने सुखी दापत्य जीवन का आशीर्वाद दिया। वहीं विधायक सुरेंद्र सिंह ने सभी कन्याओं का कन्यादान देकर पिता धर्म का निर्वहन किया। विवाह संपन्न होते ही एक तरफ जहा खपड़िया बाबा व हरिरानंद जी के जयकारे लगने लगे। शादी के बाद नव दंपत्ति स्वामी श्री खपड़िया बाबा के समाधि स्थल पर पहुंचकर समाधि स्थल के परिक्त्रमा किया और मत्था टेका । शादी के बाद मिलने वाले सरकारी सामानों से भरा बड़े बाक्स नव दंपत्ति को विधायक ने अपने हाथों से दिया।
सोमवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत ब्लाक स्तर से लेकर जनपद स्तर तक विवाह समारोह आयोजित कर शादी कराने की योजना है। जिसके तहत स्वामी खपड़िया बाबा आश्रम पर जिला स्तरीय समूहिक विवाह योजना का आयोजन किया। इस अवसर पर सासद भरत सिंह, नगर पंचायत बैरिया की अध्यक्ष शाति देवी, अध्यक्ष प्रतिनिधि मंटन वर्मा मंच पर मौजूद थे। सामूहिक विवाह में पाच पंडितों ने अपने मंत्रोच्चार से शादी की रस्म पूरी कराई। कहीं से भी ऐसा नहीं लग रहा था कि यह सामूहिक विवाह सरकारी स्तर से हो गया है बल्कि खपड़िया बाबा आश्रम परिसर शहनाई व बैंड बाजे से गूंज रहा था। समारोह में आई महिलाएं मंगल गीत के माध्यम से शादी की सभी रस्में पूरा कर रही थीं।
चार विधवाएं व एक अल्पसंख्यक दुबारा बंधी दापत्य सूत्र में: सामूहिक विवाह समारोह में चार तलाकशुदा व एक अल्पसंख्यक कन्या का भी विवाह संपन्न हुआ।
विधायक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जिले में सामूहिक विवाह योजना आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि द्वाबा के किसी भी पिता की बेटिया बोझ नहीं बनेगी। मैं इस तरह का आयोजन कर सामूहिक शादिया कराता रहूंगा। इस सामूहिक शादी में लगभग 20 लाख से अधिक धनराशि जनसहयोग से मिला है। तभी इस शादी को मैं सकुशल संपन्न करा पाया हूं।
लोक कलाकारों ने बिखेरा जलवा :
कहने के लिए सामूहिक शादी है मगर शायद ही कोई ऐसी शादी की रस्म हो, जो नहीं निभाया गया हो। इस शादी में चार तरह के बैंड बाजे के अलावा लोकगीत गायक संजय शिवम व धीरज सिंह विवाह स्थल पर अपना जलवा बिखेरा।
श्रम विभाग व समाज कल्याण विभाग ने दी सरकारी सहायता : इस सामूहिक विवाह दो विभागों द्वारा आयोजित किया गया था। समाज कल्याण विभाग व दूसरा श्रम विभाग। समाज कल्याण विभाग द्वारा सामूहिक विवाह में प्रति जोड़े को 35 हजार रुपये शासन स्तर से दिया जाता है। मजदूर संघ के डा. दिवाकर तिवारी ने बताया कि श्रम विभाग द्वारा इस सामूहिक विवाह में प्रति जोड़े को 65 हजार रुपये नकद व सात हजार रुपये का सामान दिया जाता है। सामूहिक विवाह में श्रम विभाग में रजिस्टर्ड मजदूर अपनी पुत्री की शादी घर पर करते हैं तो उन्हें 55 हजार रुपये व विधवा शादी में 75 हजार रुपये विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। श्रम विभाग भी सामूहिक शादिया बराबर कराता है। श्रम विभाग द्वारा 28 जोड़े का इस सामूहिक विवाह में शादिया आयोजित कराई गई।
सहयोग करने वालों को सासद ने किया सम्मानित : सामूहिक विवाह स्थल पर पहुंचे सासद भरत सिंह ने कहा कि विधायक सुरेंद्र सिंह द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजित करना सराहनीय कदम है। इसके लिए मेरा पूरा सहयोग रहेगा। यह विवाह ऐसे धर्मस्थल पर हो रहे हैं जो दुर्लभ है। हमें विश्वास है कि विधायक द्वारा हमेशा इस तरह के आयोजन किया जाता रहेगा। सासद ने सामूहिक विवाह में सहयोग करने वाले लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों को मंच पर सम्मानित किया गया।