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हॉटस्पाट में प्रधान और पुलिस की जानकारी में हुईं शादियां

कोरोना संक्रमित केस पाए जाने हॉट स्पॉट क्षेत्र को (जीरोइंग) यानी आवागमन शून्य कर दिया जाता है। अब तक जिले में जहां भी हॉट स्पॉट बने वहां लगभग यही नियम प्रशासन पुलिस व निगरानी समिति मिलकर पूरा करा रही है। नवाबगंज के जैतीपुर में इसके विपरीत काम किया गया। जहां के एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मौत हो चुकी हो। वहां लागू हॉट स्पॉट के समय ही एक दो नहीं बल्कि तीन शादियां हो गई। बारातों में रिश्तेदारों का रेला भी आया और धूमधाम से भीड़ के बीच कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां भी उड़ाई गईं। इस गतिविधि की जानकारी के बाद भी ग्राम पंचायत निगरानी समिति के मुखिया प्रधान पुलिस सिर्फ तमाशबीन बनी रही। जागरुक ग्रामीणों की शिकायत पर जब एसडीएम को संज्ञान हुआ तो मुकदमा दर्ज किए जाने का निर्देश उच्चाधिकारी ने दिया। हालांकि निरंकुश जिम्मेदार इसके बाद भी अपनी मनमर्जी करने से बाज नही आए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 11:15 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 06:01 AM (IST)
हॉटस्पाट में प्रधान और पुलिस की जानकारी में हुईं शादियां
हॉटस्पाट में प्रधान और पुलिस की जानकारी में हुईं शादियां

संवाद सूत्र, नवाबगंज : कोरोना संक्रमित केस पाए जाने हॉट स्पॉट क्षेत्र को (जीरोइंग) यानी आवागमन शून्य कर दिया जाता है। अब तक जिले में जहां भी हॉट स्पॉट बने वहां लगभग यही नियम प्रशासन, पुलिस व निगरानी समिति मिलकर पूरा करा रही है। नवाबगंज के जैतीपुर में इसके विपरीत काम किया गया। जहां एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मौत हो चुकी हो, वहां लागू हॉट स्पॉट के समय ही एक दो नहीं बल्कि तीन शादियां हो गई। बरातों में रिश्तेदार भी आए और कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाकर धूमधाम से जश्न मना। इस गतिविधि की जानकारी के बाद भी ग्राम पंचायत निगरानी समिति के सदस्य तमाशबीन बने रहे। जागरुक ग्रामीणों की शिकायत पर जब एसडीएम को जानकारी हुई तो मुकदमा दर्ज किए जाने का निर्देश उच्चाधिकारी ने दिए। हालांकि निरंकुश जिम्मेदार इसके बाद भी अपनी मनमर्जी करने से बाज नहीं आए।

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सोहरामऊ थाना क्षेत्र के गांव जैतीपुर में कोरोना मरीज मिलने और इलाज के दौरान उसकी मौत के बाद गांव को हॉटस्पाट घोषित किया गया था। उसके बाद भी वहां पांच दिनों में तीन शादियां हुईं। दो लड़कियों की शादी में बरात के साथ नाते-रिश्तेदार आए और वापस भी गए। तो वहीं एक लड़के की बरात भी रविवार को गांव से गई। सोमवार को बरात वापस भी आई। दूल्हे के साथ बहू ने भी घर पर आकर अपनी रस्में निभाईं और फिर विदा भी हो गई। ये सब होता रहा और पांच जगहों पर लगी बैरीकेडिग और बैरियर केवल दिखाने भर के रहे। गांव में इन शादियों से कोरोना प्रोटोकॉल टूटने के बाद भी प्रधान सहित निगरानी समिति के दूसरे सदस्यों ने अपनी ड्यूटी नहीं निभाई। शादियों की जानकारी एसडीएम को कुछ ग्रामीणों की शिकायत पर हुई तो प्रधान ने खानापूर्ति करते हुए शादियों की जानकारी पुलिस को देने की औपचारिकता पूरी की। एसडीएम ने ग्राम पंचायत निगरानी समिति समेत एसओ सोहरामऊ उरेश सिंह को पूछताछ के दायरे में लेकर फौरन शादी वाले परिवारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। हालांकि एसओ ने उसके बाद भी अपनी मनमर्जी की। एसडीएम के निर्देश बाद एसओ ने मुकदमा दर्ज करने में 24 घंटे से अधिक का समय लगा दिया। जब दबाव बढ़ा तो पुलिस ने इन तीनों परिवार वालों के खिलाफ मुकदमा लिखकर कोरम पूरा कर लिया। इस बाबत एसडीएम हसनगंज प्रदीप वर्मा ने बताया की उन्होंने तो जानकारी होने पर रविवार को ही एसओ को मुकदमा लिखने के निर्देश दिए थे, देरी क्यों हुईं। इसकी वह जांच करा रहे हैं। पूरी रिपोर्ट बनाकर डीएम को भेजी जाएगी जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

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महाराष्ट्र से लौटे भाइयों में एक की हुई थी मौत

- जैतीपुर में महाराष्ट्र से दो भाई आए थे। जिनमें एक की 18 तारीख को और दूसरे की 20 तारीख को हालत बिगड़ी थी, जिसे यहां से जिला अस्पताल और वहां से हैलट रेफर किया गया था। जहां पर एक की मौत हो गई थी। उसके बाद से गांव में दहशत फैल गई और पूरे गांव को सील कर दिया गया था। हॉटस्पाट बने गांव में किसी भी तरह की आवाजाही रोक दी गई। निगरानी के लिए पांच जगहों पर बैरीकेडिग करके पुलिस का पहरा लगा दिया गया।

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पुलिस की जिम्मेदारी पर उठ रहे सवाल

- आखिर पांच बैरियरों पर क्या करती रही पुलिस

- किस तरह आंख बचाकर आते जाते रहे बराती

- एसडीएम के निर्देश बाद भी किसके निर्देशों का इंतजार करती रही पुलिस

- किसकी सह पर 24 घंटे तक नहीं दर्ज किया गया मुकदमा

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निगरानी समिति ने तो हद कर दी

- प्रत्येक दिन डीएम, एसपी व अन्य जिले के उच्चाधिकारी निगरानी समिति को आगाह करके उनकी जिम्मेदारियों को समझा रहे हैं। इसके बावजूद जैतीपुर ग्राम पंचायत की निगरानी समिति ने यह अनदेखी की।

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इनकी भी सुन लीजिए

- ग्राम प्रधान गुड्डू बताते है की उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी थी। पर जब पुलिस ने ही कुछ नहीं किया तो वो क्या करें।

- गांव के ग्राम विकास अधिकारी गुड्डू श्रीवास्तव बताते है कि उन्होंने इसकी पूरी जानकारी खण्ड विकास अधिकारी को दे दी थी।

- लेखपाल संजय बताते है कि उनके द्वारा गांव में शादियों की बात से कानून-गो को वाकिफ करा दिया था।

- एसओ सोहरामऊ उरेश सिंह के मुताबिक जानकारी होने पर मुकदमा लिखाया है। तीनों परिवारो के लोगों पर मुकदमा लिखा गया है।

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- एसडीएम से रिपोर्ट मांगी है। निश्चित तौर पर यह लापरवाही का मामला है। एसडीएम से पूरे मामले में मंगलवार शाम तक रिपोर्ट मांगी है। एसडीएम की रिपोर्ट में जो भी दोषी पाए जाएंगे। उनके विभागाध्यक्षों को कार्रवाई करने का निर्देश दूंगा।

- रवीन्द्र कुमार, डीएम


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