तीन सेमी और घटा गंगा का जलस्तर
जागरण टीम, उन्नाव: लगातार तीसरे दिन तीन सेमी गंगा का जलस्तर घटने से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लो
जागरण टीम, उन्नाव: लगातार तीसरे दिन तीन सेमी गंगा का जलस्तर घटने से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों ने राहत की सांस ली है। शनिवार को जलस्तर घटकर 113.090 मीटर पर पहुंच गया। पानी काफी धीमी गति से घटने से गांवों में अभी भी पानी भरा हुआ है। लोग घरों में रहने नहीं जा पा रहे हैं। शनिवार को भी जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ितों को खास राहत नहीं दी जा सकी। इससे लोगों में नाराजगी बनी रही।
बीते बुधवार तक बढ़ने के बाद अब लगातार तीसरे दिन जलस्तर कम होने से बाढ़ के पानी ने लोगों की कुछ राहत दी हैं लेकिन, इससे लोगों की परेशानी कम नहीं हुई है। इसके अलावा मवेशियों को भी बाढ़ ने खासा परेशान किया है। वह भूख के मारे तड़प रहे हैं। जलस्तर जो शुक्रवार रात 8 बजे तक 113.120 मीटर था वह शनिवार सुबह दो सेमी घटकर 113.100 मीटर पर पहुंच गया। जो शाम छह बजे एक सेमी और घटकर 113.090 पर पहुंच गया। शुक्लागंज के राजीव नगर खंती व गोताखोर आदि मोहल्लों में अभी भी लोग बाढ़ की समस्याओं से उबर नहीं सके हैं। लोगों को रोजी-रोटी तक की परेशानी हो रही है। शनिवार को क्षेत्र में अपना दल (एस) के नेताओं ने पीड़ितों में भोजन का वितरण किया। गंजमुरादाबाद में तहसील प्रशासन ने सुल्तानपुर प्रावि को बाढ़ चौकी बनाया है। जो सिर्फ नाम की है। बाढ़ के कारण क्षेत्र के लहरापुर, छोट्टा पुरवा, तकिया, पकरिहा पुरवा, टिल्ला, लोनारी, बाजी पुरवा आदि लोगों की खेती जलमग्न हो गई है। क्षेत्रीय लोगों ने प्रशासन से जल्द नुकसान का आकलन करने की मांग की है। सफीपुर में प्रशासन व जन प्रतिनिधियों द्वारा बाढ़ पीड़ितों की मदद का सिलसिला जारी है। एसडीएम, तहसीलदार ने जहां सरकार से मिलने वाली राहत सामग्री का वितरण किया वहीं विधायक बम्बालाल दिवाकर ने कार्यकर्ताओं के साथ एतबारपुर गांव पहुंच लोगों को लंच पैकेट बांटे। परियर क्षेत्र के बलखंडेश्वर मंदिर स्थित राहत शिविर पहुंच कर विधायक पंकज गुप्ता ने प्रभावित परिवारो को राहत सामग्री वितरण का वितरण कराया। इसके अलावा प्यारेपुर के विस्थापित परिवारों को राहत सामग्री का वितरण किया।
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मकानों के गिरने का सिलसिला जारी
- परियर में बारिश से कच्चे मकानों के गिरने का सिलसिला भी चल रहा है। रायपुर गांव के मजरे ढकिया में दस घर गिर गए। जिससे वह खुले आसमान के नीचे रात बिताने को विवश हैं। ढकिया निवासी दल्लो पत्नी राजाराम, सियाराम पुत्र गौरी, शिवराज पुत्र रामवरूप, अनिल पुत्र छोटा, प्रभू पुत्र महावीर के घर गिर गए। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली है।