कोरोना पॉजिटिव मिलने पर 24 घंटे बंद रहेगा वार्ड
कोविड प्रिवेंशन को लेकर एक बार फिर बदलाव किया गया है। जिस वार्ड में कोरोना पॉजिटिव मिला मरीज आइसोलेट रहा होगा उस वार्ड या केबिन को 24 घंटे के लिए बंद करना होगा। उसे दो बार सैनिटाइज करने के बाद बेड से लेकर उपकरण तक 70 फीसदी अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से धुलाने के बाद ही उपयोग में लिया जाएगा। यही नहीं 15 मिनट से अधिक मरीज के कांटेक्ट में रहने वाले स्टाफ को भी क्वारंटाइन कराया जाएगा। कोविड-19 से डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों की सुरक्षा को लेकर शासन गंभीर है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : कोविड प्रिवेंशन को लेकर एक बार फिर बदलाव किया गया है। जिस वार्ड में कोरोना पॉजिटिव मिला या मरीज आइसोलेट रहा होगा उस वार्ड या केबिन को 24 घंटे के लिए बंद करना होगा। उसे दो बार सैनिटाइज करने के बाद बेड से लेकर उपकरण तक 70 फीसद अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से धुलाने के बाद ही उपयोग में लिया जाएगा। यही नहीं 15 मिनट से अधिक मरीज के कांटेक्ट में रहने वाले स्टाफ को भी क्वारंटाइन कराया जाएगा।
कोविड-19 से डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों की सुरक्षा को लेकर शासन गंभीर है। डब्ल्यूएचओ भी खासा सतर्क है और इसके लिए समय समय पर गाइड-लाइन भी जारी कर रहा है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कोविड प्रिवेंशन को लेकर एक बार फिर संशोधित गाइड लाइन जारी की है। जिसके अनुसार अब अगर किसी भी अस्पताल में कोई पॉजिटिव केस मिलता है तो वह जिस वार्ड में होगा उसे 24 घंटे के लिए बंद करा दिया जाएगा। उसका दो बार सैनिटाइजेशन कराया जाएगा। 24 घंटे बाद उपयोग से पहले पुन: सैनिटाइजेशन कराया जाएगा। जबकि पहले वार्ड को कम से कम सात दिन बंद रखने का प्रावधान था।
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15 मिनट से अधिक कांटेक्ट में रहने वाले होंगे क्वारंटाइन
- इमरजेंसी में उपचार के दौरान कोरोना पॉजिटिव मरीज के इलाज में पंद्रह मिनट से अधिक समय देने वाले डॉक्टर और स्टाफ को हाईरिस्क में शामिल कर सभी को क्वरंटाइन करा सैंपल भेज उनकी जांच कराई जाएगी। जबकि अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की हाईरिस्क कर्मचारियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर जांच कराई जाएगी।
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वार्ड में पॉजिटिव मरीज मिलने पर होगी यह कार्रवाई
- वार्ड के सभी पलंग, गद्दा और चादर आदि ब्लीचिग और डिटर्जेंट से धुलना होगा।
- वार्ड के पलंग व बिस्तर आदि को 70 प्रतिशत अल्कोहल से वाइप किया जाएगा।
- वार्ड में उपयोग किए जाने वाले सभी उपकरणों को भी 70 प्रतिशत अलकोहल से धुलना होगा होगा।
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- सभी अस्पतालों के प्रभारियों को निर्देश दे दिया है कि इमरजेंसी में संदिग्ध मरीजों के लिए अलग बेड आरक्षित कर लें। कोविड प्रिवेंशन के अनुसार उनका इलाज करें और जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आए तो गाइड लाइन का पालन करते हुए अस्पताल अधीक्षक कार्रवाई कराएं।
- डॉ. आशुतोष कुमार, सीएमओ