Move to Jagran APP

बिजली को तरसते ग्रामीण सड़क पर उतरे

महीनों से लड़खड़ाई बिजली आपूर्ति से आजिज आकर ग्रामीणों ने रविवार को हिलौली ब्लाक चौराहे पर रोड जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की गई। सड़क पर जाम लगने से करीब दो घंटे यातायात प्रभावित रहा। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित 7 सूत्रीय ज्ञापन प्रभारी निरीक्षक को सौंप प्रभावी कार्यवाही की मांग की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Sep 2019 07:26 PM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 06:33 AM (IST)
बिजली को तरसते ग्रामीण सड़क पर उतरे
बिजली को तरसते ग्रामीण सड़क पर उतरे

संवाद सूत्र, मौरावां : महीनों से लड़खड़ाई बिजली आपूर्ति से आजिज आकर ग्रामीणों ने रविवार को हिलौली ब्लाक चौराहे पर रोड जामकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। सड़क पर जाम लगने से करीब दो घंटे यातायात प्रभावित रहा। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन प्रभारी निरीक्षक को सौंप प्रभावी कार्यवाही की मांग की।

loksabha election banner

हिलौली सब स्टेशन से संपर्कित उपभोक्ता कई माह से खराब बिजली आपूर्ति से परेशान हैं। 14 से 15 घंटे की कटौती से ग्रामीणों का बुरा हाल है। रविवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ हल्ला बोल दिया। मौरावां-बछरावां रोड जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान रोड पर जाम की स्थित बन गई। दोनों ओर वाहनों लंबी की कतारें लग गईं। इस पर मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक अनिल सिंह ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण बिजली विभाग के सक्षम अधिकारी को बुलाने पर अड़े रहे। इसी बीच किसी ने भीड़ में पीएसी के आने की हवा फैला दी जिस पर ग्रामीण मौके से खिसकने लगे। बाद में माहौल शांत होने के बाद जीतेंद्र दीक्षित, बच्चन मिश्रा, मोहम्मद पुत्तन आदि ने मुख्यमंत्री को संबोधित सीत सूत्रीय ज्ञापन प्रभारी निरीक्षक को सौंपा। प्रभारी निरीक्षक ने बताया ज्ञापन की कॉपी एसडीएम को भेज दी गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.